अंशिका को पांचवे प्रयास में मिली सफलता अभिषेक व अंशिका का कहना है कि कोई काम नामुमकिन नहीं होता, अगर ठान लिया जाए तो कठिन से कठिन लक्ष्य को भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। अभिषेक ने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की। इनके पिता दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन में चीफ कंट्रोलर हैं। इसी तरह अंशिका जैन को पांचवें प्रयास में सफलता मिली। (Bilaspur News Update) बतादें कि अंशिका के मंगेतर वासु जैन छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर हैं। वर्ष 2021 बैच के आईएएस वासु अभी प्रोबेशन पर हैं जो बिलासपुर में असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर पोस्टेड हैं।
हिम्मत ना हारे , जब तक सफलता ना मिले तब तक करे प्रयास : अभिषेक Q. तैयारी में मोटिवेशनल कौन रहा? A. परिवार और कुछ अच्छे दोस्त मेरी सफलता में योगदान दिया।
Q. यूपीएससी की तैयारी करने वालों को क्या सलाह देना चाहेंगे? A. हार नहीं मानना है, सफलता मिलते तक प्रयास करना चाहिए। Q. क्या इसकी तैयारी के लिए हर रोज 0 से 15 घंटे पढ़ना जरूरी है?
A. सबका अलग रूटीन होता है, मैं 14 से 18 घंटे पढ़ाई करता था।
माता पिता को खोने के बाद भी नहीं टूटा हौसला : अंशिका Q. आप कितने प्रयास के बाद इस मुकाम पर पहुंचीं
A. 4 बार असफलता के बाद पांचवी बार सफलता मिली।। Q. यूपीएससी करने का मन कैसे बनाया? A. बचपन से ही यूपीएससी का सपना था। हौसला रखी और आगे बढ़ी तो सफलता मिली ।
Q. कब लगा कि अब आगे तैयारी नहीं हो सकती ? A. बचपन में माता-पिता का निधन हो गया था, लेकिन उन्हीं से प्रेरणा मिली। Q. आपकी इस जर्नी में किसने सबसे ज्यादा सपोर्ट किया ?
A. चाचा ने संभाला और मुझे अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ाया।