तर्शिला मिंज ने बताया कि उन्होंने अपनी परेशानियों के बारे में सखी वन स्टॉप सेंटर को जानकारी दी तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को इस संबंध में बताया, जिस पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव सिद्धार्थ अग्रवाल के निर्देश पर अवर सचिव द्विजेन्द्रनाथ ठाकुर एवं विधिक सहायता अधिकारी शशांक शेखर दुबे द्वारा घर पर आकर संपर्क किया। वर्ष 2008 में माओवादियों द्वारा पति का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। उनकी पेंशन आदि का पूर्णतः निर्धारण नहीं हो पाया था। उन्होंने बताया कि उन्हें पुलिस विभाग में अनुकम्पा नियुक्ति दी गई थी। कार्य पर जाते समय ट्रक से एक्सीडेंट हो जाने के कारण वे चलने-फिरने में असमर्थ हो चुकी है। लकवा होने के कारण बोल भी नहीं पाती। इस प्रकार मैं 15 वर्षो से परेशान हो रही थी। सदस्य सचिव सिद्धार्थ अग्रवाल ने बुधवार को एनआईसी सेंटर से अशोका हॉल नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में पीड़िता के प्रकरण के संबंध में बताया की उसकी याचिका के लिए प्रसून भादुड़ी अधिवक्ता को नियुक्त किया जा चुका है।
आवेदिका का राशन कार्ड, आधार कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड उसके घर जाकर बनवाया जा चुका है। मोटर दुर्घटना दावा का प्रकरण भी अधिवक्ता नियुक्त कर न्यायालय में पेश करवाया जा चुका है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पीड़िता के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि न्यायालय का एक मानवीय पहलू भी इससे उजागर होता है। राष्ट्रीय विधिक प्राधिकरण (नालसा) न्यायालयीन प्रकरणों के निराकरण कराने तक ही सीमित नहीं है उसके आगे भी बढ़कर जीवन के उन पहुओं को भी छू रहा है, जिससे पीड़ितो को सामाजिक न्याय की प्राप्ति होती है। पीड़िता के घर तक पहुंचकर उनको उपलब्ध कराई गई सहायता के लिए नालसा और सालसा विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं और इस तरह के कार्य को आगे निरंतर जारी रखने की अपेक्षा है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाजसेवी अमिता उदय ललित ने कहा कि उन्हें इस कार्यकम में आकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे किसी संस्था की पदाधिकारी या किसी न्यायाधीश की पत्नी के रूप में यहां न आकर एक महिला के रूप में उपस्थित हुई हैं। यह बहुत ही प्रशंसनीय है कि विधिक सेवा प्राधिकरण एक ऐसे मामले में सहायता उपलब्ध कराने का कार्य कर रहा है, जिसके लिये वह 15 वर्षो से संघर्ष कर रही थी।
यह है मामला विधिक सहायता अधिकारी
छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस गौतम भादुड़ी के निर्देशानुसार माओवादी हिंसा में शहीद जवान की पत्नी तर्शिला मिंज को उनकी पेंशन एवं देय स्वत्व सहित मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा के लिए विधिक सहायता उपलब्ध कराई गई थी। आवेदिका तर्शिला मिंज की ओर से उनके भुगतान के संबंध में हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस प्रकरण की रिपोर्टिंग राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली को भी की गई थी। बुधवार को महिला सप्ताह के अवसर पर अशोका होटल, नई दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं राष्टीय विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर देश के पांच राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों के द्वारा महिलाओं के विशेष प्रकरण पर दी गई विधिक सहायता की जानकारी का भी उल्लेख किया गया। कार्यक्रम का आयोजन स्मृति ईरानी, केन्द्रीय मंत्री एवं अमिता उदय ललित के आतिथ्य में किया गया।