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बेटी बनी कातिल ! जरा सी बात पर गुस्से में मां का फोड़ा सिर, तड़पकर मौत योगनगरी ऋषिकेश कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस जिसके अपने समय से साढे घंटे की देरी से चली। ट्रेन को रविवार को दोपहर 2.15 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचना था, लेकिन रात्रि 8.17 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। हीराकुंड एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 1 घंटे की देरी से चल रही थी। दिल्ली तक जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 5 घंटे की देरी से चल रही थी। ट्रेनों की लेटलतीफी का कारण कोहरे को बताया जा रहा है। हावडा से मुंबई चलने वाली ट्रेनों की बात की जाए तो दुरंतो एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से लगभग 3 घंटे की देरी से चल रही थी।
छत्रपति शिवाजी महराज सुपर फास्ट निर्धारित समय से लगभग 2 घंटे की देरी से चल रही है। आजाद हिन्द एक्सप्रेस भी निर्धारित समय से लगभग ढाई घंटे की देरी से चली। हवाड़ा अहमदाबाद एक्सप्रेस भी 2 घंटे की देरी से चल रही है। समरस्ता एक्सप्रेस साढे 4 घंटे की देरी से चल रही है।शालीमार भुज एक्सप्रेस भी निर्धारित समय से साढे 4 घंटे की देरी से चल रही है। पुणे हमसफर निर्धारित समय से ढाई घंटे की देरी से चली।
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फंदे पर लटकी मिली अनाथ बच्ची की लाश, पिता बचपन में गुजरे मां ने भी कर ली दूसरी शादी… सुसाइड से मचा हड़कंप मुंबई से हावड़ा चलने वाली ट्रेनें भी लेट हावड़ा से मुम्बई जाने वाली ट्रेनें तो रद्द चल ही रही हैं। साथ ही लौटने वाली ट्रेनें भी लेटलतीफी का शिकार है। मुम्बई से हावड़ा तक चलने वाली हावड़ा सुपर फास्ट निर्धारित समय से 4 घंटे की देरी से चल रही थी। हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस 3 घंटे की देरी से चल रही थी। वहीं अन्य ट्रेनों का भी यही हाल है।
लेटलतीफी से यात्री परेशान ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। यात्रियों की माने तो ट्रेनों को समय पर चलाने का सिर्फ दावा किया जाता है। ट्रेनों के समय पर न चलने से यात्रियों को ठंड के साथ ही अन्य परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।