लेकिन आज जो युवा इस फील्ड में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। प्रदीप कहते हैं कि अगर आप खुद को हर दिन अपडेट नहीं करते रोज कुछ न्यू नहीं सीखते या आपके अन्दर न्यू सीखने की चाह नहीं है तो कंटेंट क्रिएशन के फील्ड में आना आपके लिए सही नहीं। क्रिएटर्स के बीच जागरुकता और उन्हें संगठित करने के लिए प्रदीप ने छत्तीसगढ़ सोशल मीडिया सोसाइटी की भी शुरुआत की, जिसमें आज राज्य भर से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सैकड़ों क्रिएटर्स जुड़े हुए हैं। वह बताते हैं कि बिलासपुर में अपनी कॉलेज पूरी करने के बाद उनका सेलेक्शन आईआईटी में हो गया, जहां से उन्हें बेंगलुरु के एक प्रतिष्ठित मोटर्स कंपनी में सीनियर इंजीनियर की नौकरी मिल गई। इस दौरान उनकी कंटेंट क्रिएशन से दूरी बढ़ती चली गई। लेकिन कोरोना लॉकडाउन उनके लिए एक एक अवसर बनकर सामने आया। जहां से उन्होंने अपने दिली चाह को फिर से जीने की सोची और फिर से बिलासपुर गाइड नाम का यूट्यूब चैनल बनाया। मौजूद समय में वह छत्तीसगढ़ गाइड नाम का इंस्टा पेज रन करते हैं जिसमें 37 हजार से अधिक फॉलोवर हैं।
आइडियाज की कॉपी न करें, ओरिजनल बनाएं प्रदीप कहते हैं कि उन्होंने ऐसा एक्सपीरियंस किया कि छत्तीसगढ़ में ज्यादातर क्रिएटर्स एक दूसरे की देखादेखी कंटेंट बनाते हैं। ऐसा करने आपके लिए बुरा तो है ही, साथ ही साथ जो व्यक्ति ओरिजनल आईडिया के साथ सामने आया था आप उसका भी काम बिगाड़ रहे हैं। इसलिए उनका कहना है कि हमेशा ओरिजनल आइडियाज के साथ ही कंटेंट बनाएं।
ऑडियंस के इमोशंस को समझें
प्रदीप ने बताया कि हर सेगमेंट के अपने एक दर्शक होते हैं। उन्हें कुछ विशेष तरह की चीजें देखना पसंद होता है। इसलिए अपने ऑडियंस के इमोशन उनके बीच चल रहे ट्रेंड को समझना बेहद जरूरी है। आपको अपने निश से जुड़े ट्रेंड से अपडेट रहना बेहद जरूरी है साथ ही लगातार नई चीज सीखते रहने पर भी फोकस करना होगा। आप अपने ऑडियंस के लिए अपने कंटेंट में लगातार एक्सपेरिमेंट करते रहना होगा ताकि आपकी ऑडियंस आपसे रिलेट कर सकें।