बिलासपुर

पिस्टल से फायरिंग करने वाले दो युवक पकड़ाए, देखें वीडियो

16 जनवरी की रात हुई थी घटना, कोटा व दरभंगा बिहार निवासी 2 युवक गिरफ्तार

बिलासपुरJan 21, 2018 / 01:30 pm

Amil Shrivas

बिलासपुर . मंगला चौक पर 16 जनवरी की रात 3 राउंड फायर करने वाले 2 आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने शनिवार को पकड़ा। आरोपियों में एक कोटा और दूसरा दरभंगा बिहार का रहने वाला है। 12 हजार रुपए के लेनदेन के विवाद पर गुंडागर्दी करते हुए दोनों युवकों ने फूड जोन के संचालक व उसके साथियों पर पिस्टल से फायर किया था। आरोपियों से पिस्टल बरामद कर ली गई है। इसके साथ ही सिविल लाइन पुलिस के दावे की पोल भी खुल गई। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने फायरिंग न होने का दावा किया था। जानकारी के अनुसार, कोटा निवासी जोंटी मिश्रा ने 3 महीने पूर्व मंगला चौक स्थित केएस कंम्प्यूटर के संचालक शेषमणी मिश्रा से 22 हजार में कम्प्यूटर खरीदा था। 22 हजार के बिल में से उसने 12 हजार का भुगतान किया। पैसे देते समय मंगला चौक फूड जोन का संचालक जितेन्द्र उर्फ जित्तू मिश्रा (निवासी शुभम विहार) वहां मौजूद था। कम्प्यूटर खराब होने पर जोंटी ने इसे वापस कर दिया था। भुगतान की रकम 12 हजार रुपए को लेकर शेषमणी और जोंटी के बीच विवाद चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से जोंटी 12 हजार रुपए वापस दिलाने के लिए जितेन्द्र मिश्रा पर दबाव बना रहा था। जितेन्द्र ने उसे पैसा नहीं दिला पाने की बात कही। 16 जनवरी को रात साढ़े 9 बजे जितेन्द्र फुड जोन में था।
READ MORE : रकम दोगुना करने का झांसा देकर चिटफंड कंपनी हुई फरार, ग्रामीणों ने लाखों गंवाए

दुकान में उसके साथ गंगानगर निवासी गौतम सिंह ठाकुर, शैलेन्द्र सिंह और अन्य साथी थे। तभी जोंटी अपनी आई 20 कार में दरभंगा बिहार निवासी अरूण सिंह के साथ पहुंचा और जितेन्द्र का नाम लेकर गाली गलौज करने लगा। गौतम, जितेन्द्र और शैलेन्द्र ने दुकान से बाहर निकलकर जोंटी को गली गलौज करने से मना किया। दोनों के बीच 12 हजार रुपए दिलाने की बात पर विवाद होने लगा था। विवाद बढऩे पर जोंटी के साथी अरूण सिंह ने पिस्टल से गौतम, शैलेन्द्र और जितेन्द्र पर 3 बार फायर किया। गोली चलते ही जितेन्द्र, शैलेन्द्र और गौतम भाग गए। बाद में जोंटी और अरूण भी वहां से चले गए थे।
सिविल लाइन पुलिस ने कहा था, नहीं चली गोली: गोली चलने की सूचना पर सिविल लाइन पुलिस मंगला चौक पहुंची थी। मौके पर छानबीन करने के बाद पुलिस ने गोली चलने की बात को सिरे से नकार दिया था।
READ MORE : खेलो इंडिया प्रतियोगिता में कलेक्टर ने साधा निशाना, तखतपुर का रहा दबदबा

दूसरे दिन भी पहुंचे आरोपी : सूत्रों के अनुसार, जोंटी व अरूण 17 जनवरी को दोपहर 2 बजे जितेन्द्र और उसके साथियों को मारने मंगला चौक पहुंचे थे। फूड जोन बंद था। दोनों ने आधे घंटे तक जितेन्द्र और उसके साथियों की तलाश की।
जितेन्द्र ने दिया सुराग, क्राइम ब्रांच ने पकड़ा : घटना के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जितेन्द्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने क्राइम को घटना की जानकारी देकर आरोपियों के नाम बताए। शनिवार को पुलिस ने जोंटी और अरूण को हिरासत में लिया। जोंटी के कब्जे से पिस्टल और 3 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए।
जोंटी के पास है पिस्टल का लाइसेंस : पुलिस के अनुसार, जोंटी के पास पिस्टल रखने का लाइसेंस है। मारपीट के दौरान उसने पिस्टल अरूण को दे रखी थी। अरूण सिंह को जोंटी ने दरभंगा बिहार से कोटा स्थित क्रेशर खदान की देखरेख करने के लिए यहां बुलवाया था।
READ MORE : खुद को मकान मालिक साबित करने किराएदार ने कोर्ट में पेश कर दिया फर्जी हस्ताक्षर वाला इकरारनामा

एफआईआर दर्ज कराने देर रात तक थाने में बैठा रहा प्रार्थी : शनिवार सुबह क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों व उनसे बरामद पिस्टल व गोलियां के बारे में सिविल लाइन पुलिस को जानकारी दी। शाम के समय क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें सिविल लाइन के सुपुर्द कर दिया। वहीं जितेन्द्र को एफआईआर दर्ज कराने सिविल लाइन थाने भेजा था। जितेन्द्र ने एएसपी नीरज चन्द्राकर से दोपहर में मुलाकात कर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी। जितेन्द्र दोपहर से एफआईआर दर्ज कराने थाने में मौजूद था। लेकिन पुलिस उसे टालती रही। पुलिस का कहना था, कि सिर्फ शिकायत आवेदन दे दो। देर रात तक प्रार्थी एफआईआर दर्ज कराने थाने में मौजूद था।
राजनीतिक दबाव में पुलिस : सूत्रों के अनुसार आरोपी जोंटी को बचाने एक राजनीतिक पार्टी के चर्चित नेता ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया। एफआईआर दर्ज नहीं करने और समझौता कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। राजनीतिक दबाव में पुलिस आरोपियों के खिलाफ देर रात तक अपराध दर्ज नहीं कर सकी।

Hindi News / Bilaspur / पिस्टल से फायरिंग करने वाले दो युवक पकड़ाए, देखें वीडियो

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.