Vivah Muhurat 2025: इस साल खूब गूजेंगी शहनाइयां! जनवरी से दिसंबर तक विवाह के जानें शुभ मुहूर्र्त…
Vivah Muhurat 2025: बिलासपुर जिले में इस बार ठंड में उतार-चढ़ाव को देखते हुए मैरिज गार्डन में कवर्ड मंडप के साथ बाराती, वर-वधु पक्ष के लोगों के लिए अलाव के इंतजाम किए जा रहे हैं।
Vivah Muhurat 2025: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में इस बार ठंड में उतार-चढ़ाव को देखते हुए मैरिज गार्डन में कवर्ड मंडप के साथ बाराती, वर-वधु पक्ष के लोगों के लिए अलाव के इंतजाम किए जा रहे हैं। सूप, चाय-कॉफी के अलावा भोजन को गर्म रखने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। मैरिज गार्डन संचालकों का कहना है कि वर-वधु पक्ष के लोगों की डिमांड के अनुसार सर्दी के मौसम में जरूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
Band Baaja Baaraat: 6 दिसंबर तक रहेंगे 71 विवाह मुहूर्त
Vivah Muhurat 2025: लकड़ी के अलावा गैस से जलने वाले अलाव भी मैरिज गार्डन में लगाए गए हैं। मैरिज गार्डन एसोसिएशन से जुड़े लोगों ने बताया कि सहालग के इस सीजन से सभी की बड़ी उम्मीदें हैं। शहर के 350 मैरिज गार्डनों में जनवरी महीने में कम से कम 1000 शादियां होना चाहिए। वैसे सभी की बुकिंग पहले ही हो चुकी है। इस वर्ष 16 जनवरी से 6 दिसंबर के बीच 71 विवाह मुहूर्त रहेंगे, जबकि 2024 में इनकी संख्या 72 रही थी।
मकर संक्रांति के साथ ही खरमास की समाप्ति हो चुकी है। अब एक बार फिर से शहनाई की गूंज सुनाई देने शुरू हो गई है। 16 जनवरी से शादी के मुहूर्त शुरू हो चुके हैं। इस बार जनवरी महीने मेें 10 शादी के शुभ मुहूर्त हैं। इन सभी मुहूर्त के लिए होटल व मैरिज गार्डन में तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
14 मार्च से फिर लगेगी रोक-अवस्थी
ज्योतिषाचार्य पं. जागेश्वर अवस्थी के मुताबिक 14 मार्च से 13 अप्रैल 2025 तक मीन राशि में सूर्य के रहने से मीन राशिस्थ चैत्र मलमास के दौरान सभी शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। इसके बाद 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु के चार माह के शयन पर जाने के साथ ही 119 दिन का चातुर्मास शुरू हो जाएगा। लिहाजा दोनों ही अवधि में शुभ कार्य नहीं होंगे। देवउठनी एकादशी पर 1 नवंबर को भगवान निद्रा से जागेंगे। तब फिर से शुभ कार्यों की शुरुआत होगी।
अच्छा रहेगा शादी सीजन
कैटरिंग व्यवसायी नरेन्द्र सोनी ने बताया कि इस बार सहालग सीजन बहुत अच्छा रहने की उम्मीद है। जिससे गार्डन, कैटरिंग, शहनाई पार्टी, कपड़ा, सराफा, बर्तन एवं अन्य कारोबार में उठाव देखने को मिलेगा। पहले से अब शादियों में कई बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं।
अबूझ मुहूर्त
बसंत पंचमी, फुलेरा दूज, अक्षय तृतीया, भड़लिया नवमी, देवउठनी एकादशी। बग्घी, बैंड और बाजा सब कुछ बुक 16 जनवरी की शादी के लिए बग्घी, बैंड-बाजा सबकुछ बुक हो चुके हैं। मंडप और वरमाला स्टेज के लिए अलग-अलग वैरायटी के फूल, रंग-बिरंगी लाइटिंग और आतिशबाजी के साथ स्पेशल इफैक्ट की भी डिमांड है। लोग अपने बजट के अनुसार मैरिज गार्डन में शादी के इंतजाम करा रहे हैं। सबसे ज्यादा फोकस सर्दी के बचाव के लिए किया जा रहा है।