स्टीम होने के कारण शाम के वक्त खाने के लिए ये यूथ के बीच बेहतरीन ऑप्शन बन कर उभरा है। मोमोज और इसकी चटपटी चटनी याद करते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। शहरवासियों में फ़ूड, फैशन, लाइफस्टाइल में बीते वर्षों में शहर में कई तरह के बदलाव (Bussiness Oprcuinity) देखने को मिले हैं। इनमे से ही एक है मोमोस। आज से कुछ सालों पहले तक मोमोस केवल रेस्टुरेंट और स्पेशलाइज्ड चाइनीज फ़ूड शॉप पर देखने को मिलता था। लेकिन आज मोमोस शहर के हर कोने में छोटी छोटी स्टाल्स में बिक रहा है और शहरवासी इसे बड़ी चाव से खाना भी पसंद कर रहे हैं।
दो तरह से बनता मोमोस इन छोटे छोटे स्टालस में बड़ी संख्या में लोग मोमोस खाने पहुंचती है। वहीं मोमोस स्टाल लगाने वाले भी अपने कस्टमर का पूरा ध्यान रखते हुए उन्हें उनके मनचाहे फीलिंग्स वाले मोमोस परोस रहे हैं। मोमोस दो तरीकों से बनाए जाते हैं। पहला है स्टीड मोमोस और दूसरा फ्राइड मोमोस। लेकिन आज शहर में पारपरिक मोमोस के अलावा तंदूर मोमोस और ग्रिल्ड मोमोस भी काफी फेमस है। ऐसे में कम ऑयली खाने वालों के लिए मोमोस फेवरेट इवनिंग स्नैक बन गया है।
समोसा, चाट और मुंगौड़ी की जगह मोमोज बिलासपुर कभी अपने बेहतरीन समोसे, चाट और शाम के वक्त बिकने वाले मुंगोडी के लिए काफी मशहूर था, लेकिन अब वक्त के साथ ट्रेंड बदल गया है। जैसी भीड़ मोमोज की दुकानों पर देखने को मिलती है, वो दूसरी दुकानों पर कहीं नहीं दिखती।
पनीर, चिकन और भी कई तरह के मोमोज वैसे तो वेज मोमोज लोगों के बीच काफी ज्यादा ट्रेंडिंग है, जिसके अंदर पत्तागोभी, प्याज जैसी सब्जियों की फीलिंग की जाती है। लेकिन अब ट्रेंड को देखते हुए, चिकन, पनीर, कॉर्न, न्यूट्रिला, चीज जैसे कई तरह की फीलिंग वाले मोमोज आ रहे हैं। साथ ही स्टीड मोमोज का अब फ्राइड, तंदूरी, रोस्टेड जैसे कई तरह से देखने को मिल रहा हैं।
फूड स्टार्ट अप का अच्छा ऑप्शन शहर के वो युवा जो फूड लाइन में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए मोमोज अच्छा ऑप्शन बन कर उभरा है। ऑनलाइन मोमोज बनाना सीख रहे हैं और बस कुछ बर्तनों और थोड़े से इन्वेस्टमेंट के साथ शहर के किसी भी हिस्से में मोमोज की दुकान चला रहे हैं और मुनाफा बना रहे है।