scriptखुद को मकान मालिक साबित करने किराएदार ने कोर्ट में पेश कर दिया फर्जी हस्ताक्षर वाला इकरारनामा | Tenant did fake signature | Patrika News
बिलासपुर

खुद को मकान मालिक साबित करने किराएदार ने कोर्ट में पेश कर दिया फर्जी हस्ताक्षर वाला इकरारनामा

जांच के बाद पुलिस दर्ज की एफआईआर

बिलासपुरJan 21, 2018 / 11:19 am

Amil Shrivas

court
बिलासपुर . खुद को मकान मालिक साबित करने किराएदार ने कोर्ट में लंबित प्रकरण में फर्जी हस्ताक्षर कर इकरारनामा पेश कर दिया। मामला सिविल लाइन थानांतर्गत मगरपारा का है। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने शनिवार को किराएदार के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है। सिविल लाइन पुलिस के अनुसार, जांजगीर-चांपा जिला अंतर्गत सक्ती निवासी अशोक कुमार पिता स्व. सत्यनारायण अग्रवाल (56) ने सन 2002 में मगरपारा में पत्नी सरिता व मनीष के नाम पर मकान खरीदा था। उन्होंने यह मकान बाल किशन पिता केशरमल शर्मा को 11 महीने के एग्रीमेंट पर 2500 रुपए किराए पर दिया। 5 महीने तक नियमित किराया देने के बाद बालकिशन ने किराया देना बंद कर दिया था। अशोक ने उसे नोटिस भेजकर मकान खाली करने कहा।
READ MORE : आईआरएस 2017 में पत्रिका सबसे ऊपर, यूनिट हेड ने काटा केक , दी बधाई

नोटिस का जवाब नहीं देने पर अशोक ने उसके खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया। कोर्ट से नोटिस जाने पर बालकिशन ने 30 मार्च 2007 को उप पंजीयक कार्यालय से 50 रुपए के स्टॉप में अशोक के फर्जी हस्ताक्षर कर इकरारनाम तैयार कर लिया। इसमें उसने अशोक की पत्नी से 10 लाख रुपए में मकान का सौदा होने और ढाई लाख रुपए का भुगतान करने का उल्लेख किया था। साथ ही उसने 11 महीने में शेष रकम 7 लाख 50 हजार का भुगतान कर मकान की रजिस्ट्री करने की बात लिखी थी। इकरारनामे में उसने नोटरी के फर्जी सील व हस्ताक्षर करते हुए गवाह के रूप में दिलीप खण्डेलवाल एवं रमेश विधानी के हस्ताक्षर कराए थे। यही फर्जी इकरारनामा को उसने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए वर्ष 2014 में फैसला अशोक के पक्ष में देते हुए बाल किशन को मकान खाली करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के बाद भी बालकिशन ने मकान खाली नहीं किया था।
डेढ़ साल पहले की थी शिकायत : अशोक ने फर्जी इकरारनामा तैयार करने की शिकायत 22 अगस्त 2016 को सिविल लाइन पुलिस, एसपी और आईजी से की थी। शिकायत पर अधिकारियों ने सिविल लाइन पुलिस को अपराध दर्ज करने के आदेश दिए थे। सिविल लाइन पुलिस ने डेढ़ साल बाद मामले में अपराध दर्ज किया है।

Hindi News / Bilaspur / खुद को मकान मालिक साबित करने किराएदार ने कोर्ट में पेश कर दिया फर्जी हस्ताक्षर वाला इकरारनामा

ट्रेंडिंग वीडियो