इधर स्कूल भवन जर्जर, बच्चे दूसरी जगहों पर बैठ रहे शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भरारी का भवन काफी जर्जर हो चुका है। इस कारण बच्चे दूसरी जगहों पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। (bilaspur news) यहां भवन के दीवार क्रैक हो चुके हैं। कई जगहों पर तो दीवार से ईंट भी गिर रहे हैं। छत भी टूट कर गिर रहा है। सरिया भी दिखने लगी है। नालियां साफ नहीं होती हैं। इस कारण बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। (bilaspur news today) जबकि समर वेकेशन में पूरे स्कूल को सुधार लेना था, क्योंकि 26 जून से स्कूल भी खुल चुके हैं।
स्टाफ मिले तो अंग्रेजी मीडियम की चलें कक्षाएं शिक्षा विभाग स्कूल खुलने से पहले सभी व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग में स्टाफ यानी शिक्षकों की काफी कमी है। (cg atmanand school) शिक्षकों की कमी की वजह से स्कूल नहीं लगाए जा रहे हैं। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम मल्टीपरपज स्कूल में विद्यार्थियों को बुलाया तो गया, लेकिन वहां प्रार्थना कर बच्चों को वापस घर भेज दिया गया है। (atmanand school) अब स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जब तक स्टाफ नहीं होगें तो कैसे कक्षाएं शुरू किया जाए।
उन्होंने बताया कि अंग्रेजी माध्यम के एक भी शिक्षक नहीं है। यही कारण है कि सिलेबस समय पर पूरा नहीं हो पाता है। इस वजह से बाद में विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सकरी स्वामी आत्मानंद स्कूल का भी यही हाल है। (bilaspur hindi news) जहां कुछ दिन पहले तक कक्षाएं शुरू नहीं हुई थी। अब हुईं भी तो हिंदी माध्यम की कक्षाएं लग रही हैं, लेकिन अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं नहीं लग रही हैं, क्योंकि शिक्षक पर्याप्त नहीं हैं।
बता दें कि शिक्षकों की भर्ती प्रकिया चल रही है। भर्ती प्रेिया पूरी नहीं होने से शिक्षकों की अभी स्कूल में नियुक्ति नहीं की गई है। (bilaspur news today) इस कारण कई स्कूलों में छुट्टी दे दी जा रही है, तो कुछ स्कूल में अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं ही नहीं लग रही हैं। ऐसे में पालक अब नए शिक्षा सत्र से अपने बच्चों का टीसी निकलवाने की बात भी कह रहे हैं।
मॉडल स्कूल के रूप में की गई थी इसकी शुरुआत स्कूल परिसर में जून से अन्य क्रियाकलाप प्रारंभ हो जाती है, जिसमें शिक्षक किसी न किसी रूप में संलग्न रहते हैं। शासन ने इस विद्यालय को मॉडल स्कूल के रूप में प्रारंभ किया था, लेकिन यहां वर्ष भर ड्यूटी, कार्यक्रम व अन्य आयोजन के कारण स्कूल का स्तर नीचे जा रहा है। पालक अविनाश कुमार, सुरेंद्र सिंह का कहना है कि विद्यालय का स्तर सुधारने पहल किया जानी चाहिए। जिससे बेहतर ढंग से पढ़ाई हो और आत्मानंद स्कूल बच्चे स्कूल में टॉप करें।
जिले में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय दयालबंद, चिंगराजपारा, पचपेड़ी, सीपत, बेलपान, करगीकला और सकरी को स्वामी आत्मानंद स्कूल बनाया गया। सभी स्कूलों में शिक्षक व स्टाफ की भर्ती के लिए 168 पदों के लिए आवेदन मंगाए गए थे।
26 जून से स्वामी आत्मानंद लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया गया था। यहां 26 से 28 जून तक सत्यापन का कार्य किया जा रहा था। 28 जून को कंप्यूटर शिक्षक ग्रंथपाल व्यायाम शिक्षक और सहायक शिक्षक के साथ प्रयोगशाला के पद के लिए 175 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इनमें से 98 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए। इसके बाद अधिकारियों ने दस्तावेजों का सत्यापन किया। बाकी अभ्यर्थियों के अनुपस्थित होने के कारण का पता नहीं चल पाया है।
अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं नहीं लग रही है, क्योंकि इसके लिए एक भी स्टाफ नहीं है। जब स्टाफ की भर्ती हो जाएगी तब ही कक्षाएं शुरू की जाएंगी। अभी पुस्तक और साइकिलें बांटी जा रही हैं।
– आरके गौराहा, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम मल्टीपरपज स्कूल