महिलाएं सावन के महीने में सावन के सोमवार, मंगला गौरी व्रत और हरियाली तीज जैसे व्रत रखकर अपने खुशहाल वैवाहिक जीवन और पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। भैरव मंदिर के पुजारी पं. राजेंद्र दुबे ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में सुहागिन महिलाएं सच्चे मन से भगवान भोलेनाथ की पूजा करें तो उनके पति की आयु भी लंबी रहती है। उनके दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है और घर में भी कभी धन धान्य की कमी नहीं होती।
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Naxal Attack : सुरक्षाबलों और नक्सलियों में मुठभेड़, करारा जवाब मिलने पर जान बचाकर भागे, सर्चिंग जारी सावन का महीना विवाहित स्त्रियों के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में महिलाएं शिवजी की पूजा करके अपने पति की दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं और अपने लिए अखंड सौभाग्यवती रहने सुख प्राप्त कर सकती हैं। शास्त्रों में सुहागिन महिलाओं के लिए सावन से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं।
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CG Strike : चुनावी साल में अधिकारी अपनी मांगों को मनवाने आंदोलन में व्यस्त, कामकाज ठप, जनता परेशान सावन के महीने में महिलाओं को रोजाना शिवजी की पूजा करनी चाहिए और कम से हर सोमवार को व्रत करना चाहिए। रोजाना सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और उसके बाद पंचामृत से स्नान करवाएं। फिर अक्षत, फल, फूल चढ़ाएं। भगवान शिव की पूजा में सबसे जरूरी माना जाता है बेलपत्र। बेलपत्र के साथ भांग और धतूरा भी शिवजी को अर्पित करें। सफेद चंदन चढ़ाएं और उसके बाद सफेद मिष्ठान से भोलेबाबा को रोजाना भोग लगाएं।
बिछिया और पायल जरूर पहनें सावन के महीने में विवाहित महिलाओं के पैर में बिछिया और पायल जरूर रहना चाहिए। इससे घर में पार्वती संग भोले बाबा स्वयं पधारते हैं। महिलाओं को साक्षात लक्ष्मी का रूप माना जाता है। सावन के दिनों में महिलाओं को सुहाग का सामान माता पर चढ़ाना चाहिए और दान भी करना चाहिए। इससे मातारानी प्रसन्न होती हैं और अखंड सौभाग्य प्रदान करने के साथ पति की दीर्घायु का आशीर्वाद देती हैं।
पहनें हरी चूड़ियां, हरे लाल व पीले वस्त्र सुहागिन महिलाओं को अपने हाथ में हरी-हरी चूड़ियां जरूर पहननी चाहिए। इसके साथ ही सावन के महीने में अधिक से अधिक हरे, लाल और पीले रंग के वस्त्र ही पहनने चाहिए। सावन के महीने में सुहागिन महिलाओं के साथ-साथ कुंवारी कन्याओं को भी हाथों में मेंहदी लगानी चाहिए। ऐसा करने से जहां सुहागिन महिलाओं का दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है, वहीं कुंवारी लड़कियों को मनचाहे पति की प्राप्ति होती है।