बापट की इच्छा के अनुरूप संस्था ने उनके मृत देह को सिम्स में दान कर दिया ताकि उनके शरीर से मेडिकल के छात्र अध्ययन कर सकें। सिम्स में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके संकल्प के अनुसार शनिवार को दोपहर 3 बजे उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज (सिम्स) बिलासपुर को सुपुर्द करने लाया गया।
बापट मूलत: ग्राम पथरोट, जिला अमरावती (महाराष्ट्र) के थे। नागपुर से बीए व बीकॉम की पढ़ाई पूरी की है। बचपन से ही उनके मन में सेवा की भावना कूट-कूटकर भरी थी। यही वजह है कि वे करीब 9 वर्ष की आयु से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता रहे। पढ़ाई पूरी करने के बाद बापट ने जीवकोपार्जन के लिए पहले कई स्थानों में नौकरी की, लेकिन उनका मन तो बार बार समाज सेवा की ओर ही जाता था।
दामोदर गणेश बापट के समर्पण का ही नतीजा था कि संस्था परिसर एक स्वतंत्र ग्राम बन गया है। छात्रावास, स्कूल, झूलाघर, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, सिलाई प्रशिक्षण, ड्राइविंग प्रशिक्षण, अन्य एक दिवसीय प्रशिक्षण, चिकित्सालय, रुग्णालय, कुष्ठ सेवा, एंबुलेंस, चलित औषधालय एंबुलेंस व कुपोषण निवारण, कृषि, बागवानी, गौशाला, चाक निर्माण, टाटपट्टी निर्माण, वेल्डिंग, सिलाई केंद्र, जैविक खाद, गोबर गैस, कामधेनु अनुसंधान केंद्र, रस्सी निर्माण व अन्य गतिविधि यहां संचालित है। बापट के प्रयास से इस संस्था को अनेक पुरस्कार व सम्मान पहले ही मिल चुके है।
श्रद्धांजलि सभा में पूर्व सांसद लखनलाल साहू, विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी, रजनीश सिंह, महापौर किशोर राय, भाजपा जिला महामंत्री रामदेव कुमावत, घनश्याम कौशिक, हर्षिता पाण्डेय, गोपी ठारवानी, प्रवीर सेन गुप्ता, जुगल अग्रवाल, उदय मजूमदार, लक्ष्मीनारायण कश्यप, राजेश मिश्रा, गणेश रजक, अमित तिवारी, केदार खत्री, मीना गोस्वामी, कमल कौशिक, नारायण गोस्वामी, विक्रम सिंह, अवधेश अग्रवाल, नीरज शर्मा, लाला भाभा, राज यादव सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष
अरुण साव, सांसद बिलासपुर