विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा के पास 54 और कांग्रेस के पास हैं 35 सीटें। 2023 के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। आने वाले एक महीनों के बाद लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणाएं हो सकती है। पिछले 4 लोकसभा चुनावों में प्रदेश की 11 सीटों में से 9 से अधिक फीसदी सीटों पर भाजपा का ही कब्जा रहा है। 2004, 2009, 2014 के चुनावों में भाजपा ने जहां 10-10 सीटें जीती थी। वहीं 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के कारण पिछले 15 वर्षों में यहां से पहली बार 2 लोकसभा सीटें कोरबा और बस्तर कांग्रेस ने जीती थी। लेकिन 2023 विधानसभा चुनावों के नतीजों में कांग्रेस की अपेक्षा भाजपा का वोट बैंक बढ़ने के साथ-साथ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के प्रत्याशी मतों के बड़े अंतर से जीते हैं। वहीं कांग्रेस के विधायक जिन लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों से जीते हैं वहां वोटों का अंतर कम है। यानि चुनाव में हारने वाले भाजपा के प्रत्याशियों को मिले मतों से कुछ अंतर से ही कांग्रेस प्रत्याशी जीते हैं। वहीं भाजपा के 70 फीसदी प्रत्याशी बड़े अंतर से जीतने में सफल हुए हैं।
प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट जांजगीर-चांपा में आने वाली सभी 8 विधानसभा सीटों में कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इनमें जांजगीर विधानसभा सीट से सबसे कम 6971 मतों से कांग्रेस को जीत मिली है, लेकिन शेष 7 सीटों में कांग्रेस प्रत्याशी 16 हजार से लेकर 33 हजार मतों के अंतर से जीत दर्ज किए हैं, यानि यहां भाजपा के मुकाबले कांग्रेस का वोट बैंक मजबूत हुआ है।
लोकसभा क्षेत्र – कुल विस सीट – भाजपा को मिली सीट- कांग्रेस को मिली सीट बिलासपुर – 8 – 6 – 2
रायगढ़ – 8 – 4 – 4
जांजगीर-चांपा – 8 – 0 – 8
कोरबा – 8 – 6 – 1
सरगुजा – 8 – 8 – 0
राजनांदगांव – 8 – 3 – 5
दुर्ग – 9 – 7 – 2
रायपुर – 9 – 8 – 1
महासमुंद – 8 – 4 – 4
बस्तर – 8 – 5 – 3
कांकेर – 8 – 3 – 5
प्रदेश की बड़ी लोकसभा सीट में रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग, सरगुजा, बस्तर में भाजपा पिछले लोकसभा की अपेक्षा मजबूत हुई है। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 में से भाजपा ने 6 सीटों में वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। इसी प्रकार रायपुर की सभी 8 सीटों, दुर्ग की 9 में से 7 सीटों और बस्तर की 8 में से 5 बड़ी सीटों और कोरबा की 8 में से 6 बड़ी सीटों पर भाजपा को मतों के बड़े अंतर से जीत मिली है। वहीं शेष लोकसभा क्षेत्रों में भी कांग्रेस के वोट बैंक की अपेक्षा भाजपा के वोट बैंक में बढ़ोतरी हुई है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी जारी है। महासमुंद और कांकेर में कांग्रेस मजबूर स्थिति में है। प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं के साथ जनता से सीधे जुड़कर काम किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस का वोटबैंक कम नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव 2024 में बीते चुनाव में मिली 2 सीटों से अधिक सीटें कांग्रेस जीतेगी। – दीपक बैज, अध्यक्ष, छग प्रदेश कांग्रेस