पुलिस के अनुसार मेलापार में तोड़े गए मकानों का मलबा हटाने गई टीम ने बिजली बंद करने के लिए बिजली कार्यालय से संपर्क किया और लाइनमेन को बुलाया गया। इस दौरान, सहायक लाइनमेन ज्ञानेश्वर साहू बिजली सप्लाई काटने का काम कर रहे थे।
इसी बीच संजय नगर चांटीडीह निवासी आरोपी चंद्रप्रकाश तिवारी, उसका बेटा गेविश तिवारी समेत चार अन्य साथी लाइन बंद करने को लेकर आपत्ति जताते हुए ज्ञानेश्वर से गाली-गलौज कर मारपीट करने लगे। इस बीच हमलावरों ने कार्रवाई के लिए नगर निगम के ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल की जा रही जेसीबी को भी नुकसान पहुंचाया।
शासकीय कार्य में व्यवधान और कर्मचारियों पर हमले के चलते प्रार्थी कार्यपालन अभियंता सुरेश बरुआ ने सरकंडा थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी चंद्र प्रकाश तिवारी, गेविश तिवारी और उनके चार अन्य साथियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
अब तक निगम ने तोड़े 710 मकान
चांटीडीह मेलापारा में अवैध रूप से मकान बना कर रह रहे 1160 लोगों को अशोक नगर में पीएम आवास योजना के अंतर्गत पक्के मकान आवंटित कर दिए गए थे। इसमें से 740 लोग मकान मिलने के बाद भी दोनों जगह कब्जा जमाए रखे थे। नगर निगम ने इन्हें कई बार यहां के अपने पुराने मकानों को छोड़ने नोटिस जारी किया था। इसके बावजूद नहीं हट रहे थे। लिहाजा 21 जून को अतिक्रमण निवारण दस्ते ने बुलडोजर के माध्यम से अवैध निर्माण का ढहाना शुरू कर दिया। अब तक की कार्रवाई में 710 मकानों को तोड़ा जा चुका है। बचे मकानों को भी ढहाने की कवायद चल रही है।