इन्हीं
पार्टियों के राज्य व राष्ट्रीय स्तर के वरिष्ठ नेताओं का अभी तक दौरा चल रहा था। सभाओं व रैलियों के माध्यम से जोरशोर से चुनाव प्रचार में लगे हुए थे। निर्वाचन आयोग के नियमानुसार सभाएं व रैलियाें के माध्यम से प्रचार मतदान के 48 घंटे पहले ही बंद करना है। चूंकि 7 मई को तीसरे चरण का मतदान है, लिहाजा चुनावी शोरगुल 5 मई को शाम 5 बजे के बाद प्रचार का यह शोर थम गया। इसके इस ही अब पार्टियों के कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने-अपने प्रत्याशी के लिए प्रचार में जुट गए हैं।
सुबह से शाम तक राजनीतिक दलों ने झोंकी ताकत
सार्वजनिक रूप से रैलियों व सभाओं के माध्यम ये चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार को
राजनीतिक दलों ने सुबह से शाम तक मतदाताओं को लुभाने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दलों ने सुबह से ही बैड बाजे के साथ रैलियां निकाली और अपने-अपने प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया।
48 घंटे का ड्राई डे भी…
चुनाव को निर्विघ्न व निष्पक्षतापूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से 5 से 7 मई मतदान समाप्ति तक जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया है। इस दौरान जिले की सभी शराब दुकानें बंद रखने के आदेश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने दिए थे। लिहाजा रविवार जिले में स्थित समस्त देशी-विदेशी मदिरा फुटकर दुकानों, रेस्टोरेंट, बार, क्लब आदि की समस्त दुकानों, भंडारण, भंडागार गतौरी, बिलासपुर को मतदान समाप्ति के 48 घंटे के पूर्व 5 मई की शाम 6 बजे से 7 मई को मतदान समाप्ति तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस पर पुलिस एवं आबकारी विभाग पैनी नजर बनाए हुए हैं।