एक दल गैस सिलेंडर की कम कीमत तो एक दल कर रहा बेरोजगारी भत्ता और किसान सम्मान निधि के बहाने कर रहे संपर्क राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता प्रदेश और केन्द्र सरकार की योजनाओं के बहाने मतदाताओं के मन की बात जानने में जुटे हैं। नेताओं ने अपने पार्टी स्तर पर मिलने वाले का प्रतिशत खंगालने में भी लगे हैं। प्रारंभिक स्तर पर मतदाताओं का रुझान किस पार्टी की योजनाओं और नीतियों पर है , इसकी जानकारी जुटाना नेता ज्यादा जरूरी समझ रहे हैं। प्रदेश में आमतौर पर लागू योजनाओं में केन्द्र और राज्य सरकार दोनों की सहभागिता होती है। केन्द्र में भाजपा और प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है। दोनों पार्टी के नेता योजनाओं को मतदाताओं की मन की बात जानने के लिए उपयोग करने लगे हैं।
गैस सिलेंडर कम दाम में मिल रहा तो वोट किसे देंगे… सरकंडा निवासी रामकली सूर्यवंशी ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाली महिला ने उन्हें केन्द्र सरकार से गैस सिलेंडर में दी गई छूट के अनुसार सिलेंडर मिलने की जानकारी ली। जवाब देने पर महिला ने रामकली से किस पार्टी के नेता को वोट देने की बात पूछ ली।
बेरोजगारी भत्ता मिल रहा तो किसे देंगे वोट इधर कांग्रेस ने भी प्रदेश सरकार की योजनाओं को लेकर मतदाताओं के मन टटोलने का काम शुरू कर दिया है। कुदुदंड निवासी श्रेयस कुमार यादव ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाली महिला ने उनसे प्रदेश सरकार की बेरोजगारी भत्ता मिलने की जानकारी ली। जवाब हां मिलने पर महिला ने किस पार्टी को वोट देने की बात पूछी।
डॉटा पहले से हो चुका लीक सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों की जानकारी आमतौर पर सरकारी कार्यकालयों तक ही सीमित रहती है और यह गोपनीय होती है। यह डाटा दोनों पार्टी के नेताओं ने पहले ही हासिल कर लिए हैं। यही कारण है कि योजनाओ के हितग्राहियों को ही सीधे कॉल कर मतदान की जानकारी मांगी जा रही है।
किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है तो किसे देंगे वोट ग्राम सिल्ली निवासी अजय कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनसे पूछा कि किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है या नहीं। जवाब हां में देने पर व्यक्ति ने उनसे मतदान किसे करने की बात पूछी। कार्यकर्ता किसी न किसी बहाने से राय जानने की कोशिश में लगे हैं।