सुरक्षा दावों की खुली पोल: बिलासपुर रेलवे स्टेशन चारों ओर से खुला हुआ है। रेलपांत पर यात्रियों द्वारा फेंके गए खाद्य पदार्थों को खाने के लिए पशु अक्सर पटरी तक पहुंच जाते हैं। ऐसा बुधवार को भी देखने को मिला, जब एक बछड़ा पटरी तक पहुंच गया। रेलवे स्टेशन को सुरक्षित करने न तो बाउंड्रीवॉल है और न ही अन्य कोई उपाय। इससे बड़े हादसे होने की आशंका से भी इंकार किया नही जा सकता।
बैकडोर एंट्री शुरू होने से हो सकता है समस्या का अंत: सिरगिट्टी क्षेत्र में पडऩे वाला स्टेशन का दूसरा किनारा सुरक्षा के अभाव के चलते हमेशा सुर्खियो में बना रहता है। वहां कोई भी आसानी से घुस सकता है। कुछ पशुपालक भी अपनी गायों को छोड़ देते हैं चरने के लिए, इसके चलते विचरण करते हुए पशु आसानी से स्टेशन के पीछे से अंदर और बाहर आ जाते हैं। उन्हें रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। अफसर भी
ध्यान नहीं देते हैं।