मोबाइल की सनक! 9वीं की छात्रा ने की खुदकुशी, कमरे में इस हाल में मिली लाश, अब तक 2 बच्चों ने दी जान
Bilaspur Student Suicide: बिलासपुर में 9वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मोबाइल छीनने के बाद खुदकुशी करने की आशंका जताई जा रही है।
Bilaspur Student Suicide: छत्तीसगढ़ बिलासपुर में 9वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि परिजनों ने बेटी से मोबाइल छीनकर पढ़ाई पर फोकस करने कहा था। इससे नाराज होकर आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा का नाम एंजल जैसवानी है। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा मोबाइल पर ज्यादा समय बिताती थी। दिनभर वह मोबाइल पर ही समय बिताती थी। ये देखकर परिजनों ने उसे पहले भी मना किया था।
मोबाइल चलाने से किया मना
परिजनों का कहना है कि छात्रा अपना ज्यादा समय मोबाइल पर ही बिताती थी, इसको लेकर परिजनों ने उसे पहले भी टोका था। परिजनों ने बताया कि जैसे ही उन्हें पता चला तो उन्होंने उसे फंदे से उतारा और अपोलो अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सरकंडा पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों से पूछताछ की गई है। प्राथमिक जांच में मोबाइल चलाने से रोकने की बात सामने आई है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
शनिवार की रात भी वह अपने घर पर परिजन के साथ थी तभी परिजन ने उसे कमरे में जाकर पढ़ाई करने कहा था। आशंका है कि इसी से नाराज होकर छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाया है। परिजनों ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला तत्काल छात्रा को फंदे से उतारा। देर रात अपोलो अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने छात्रा के सुसाइड की जानकारी पुलिस को दी।
5वीं के छात्र ने की आत्महत्या
मोबाइल चलाने से रोकने पर आत्महत्या करने का ये इकलौता मामला नहीं है। बिलासपुर में 25 दिन पहले भी इसी तरह का एक मामला सामने आया था, जहां मोबाइल की लत में 5वीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मोबाइल चलाने को लेकर हुए विवाद में छात्र ने आत्महत्या की थी। हादसे के वक्त उसके माता-पिता काम करने खेत गए थे।
Hindi News / Bilaspur / मोबाइल की सनक! 9वीं की छात्रा ने की खुदकुशी, कमरे में इस हाल में मिली लाश, अब तक 2 बच्चों ने दी जान