उन्होंने बताया कि बैंक की शाखाएं
बिलासपुर, मुंगेली, जीपीएम, कोरबा, जांजगीर और सक्ती जिलों में फैली हुई हैं। वर्ष 2023-24 में बैंक के अंतर्गत आने वाली समितियों की संख्या 430 है और इसकी कुल अंश पूंजी 119.52 करोड़ रुपए है। कलेक्टर ने कहा कि बैंक ने इस वर्ष 221852 कृषकों को 933.41 करोड़ रुपए का अल्पकालीन फसल ऋण उपलब्ध कराया है। सभा में बैंक के सीईओ सुनील सोढ़ी ने बैंक के वित्तीय आंकड़ों की जानकारी दी। सभा में द्वारिका सोनी, तरु तिवारी और राकेश शुक्ला शामिल थे।
किसान 24 एटीएम से निकाल सकते हैं राशि
बैंक के क्षेत्र में 24 एटीएम मशीनें स्थापित हैं और किसानों की सुविधाओं के लिए केसीसी ऋ ण, डेयरी, पशुपालन, मत्स्य और उद्यानिकी के विकास के लिए उपलब्ध हैं। समितियों का कम्प्यूटरीकरण भी किया जा रहा है, और माइक्रो एटीएम की सुविधा भी शुरू की जा रही है। प्राधिकृत अधिकारी ने अंत में राज्य के मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त, और अन्य संबंधित विभागों का आभार व्यक्त किया। यह सभा बैंक की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।