जानकारी के अनुसार बिल्हा ब्लॉक के शासकीय स्कूलों में वर्ष 2012 में अंशकालिक सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। उन्हें वर्तमान में 3800 रुपए वेतन मिल रहा है। कर्मचारी पिछले 2 महीनों से स्कूलों में नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी भुगतान करने में आनाकानी कर रहे हैं।
वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों और उनके परिवार के समने दो वक्त की रोटी की समस्या आ गई है। पिछले 15 दिनों से कर्मचारी लगातार बीईओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें वेतान का अब तक भुगतान नहीं हुआ है। कार्यालय के कर्मचारियों ने सफाई कर्मियों को बताया कि उन्होंने भुगतान का चेक बैंक में जमा किया था, लेकिन वह दो बार वापस आ गया है, जिसके कारण उन्हें वेतन का भुगतान नहीं किया जा सका है।
4 महीने पहले भी नहीं मिला था वेतन
अंशकालिक सफाई कर्मचारियों को वेतन भुगतान के मामले में पहले भी लाले पड़ चुके हैं। 4 महीने पूर्व कर्मचारियों को 4 महीने के बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया गया था। वहीं कोटा ब्लॉक में विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने सफाई कर्मचारियों के वेतन पर डांका डालते हुए लाखों का घोटाला किया था, जिसकी जांच जारी है।