बड़ा इंजन- डीजल जलने पर पेट्रोल की तुलना में ज्यादा गर्मी पैदा होती है। ये बाइक के हल्के इंजन के सिलेंडर और सतह को नुक्सान पहुंचा सकती है। गर्मी को कम करने के लिए ज्यादा बड़े इंजन की जरूरत होती है, जो कि बाइक में लगाया नहीं जा सकता है।
15 नवंबर को लॉन्च होगी Jawa Perak, एक साल से हो रहा है इंतजार महंगा मेंटीनेंस- डीजल इंजन में हर 5,000 किलोमीटर जबकि पेट्रोल इंजन में 10,000 किलोमीटर पर इंजन ऑयल को बदलने की जरूरत होती है।
प्रदूषण- दूसरा सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है। डीजल जलने पर पेट्रोल से 13 फीसदी ज्यादा पॉल्यूशन होता है इस वजह से भी कंपनियां पेट्रोल इंजन को तरजीह देती हैं।
ज्यादा कंपन- डीजल इंजन में ज्यादा दबाव अनुपात होने की वजह से इंजन में कंपन और शोर भी ज्यादा होता है। इस उच्च कंपन और शोर को संभालना एक हल्के वाहन के लिए संभव नहीं होता है।
Toyota की नई SUV Raize ने मार्केट में रखा कदम, फीचर्स से लेकर कीमत तक जानें सबकुछ कीमत- डीजल इंजन और पेट्रोल इंजन की कीमत में 50000 तक का अंतर होता है इसीलिए कंपनियां पेट्रोल इंजन को वरीयता देती है।