विद्यार्थियों को पढ़ाने से पहले ‘गुरुजी’ को देनी होगी ‘परीक्षा’
महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब पहले टेस्ट देना होगा। अगर इसमें अनुत्तीर्ण हो गए, तो वापस हिंदी माध्यम स्कूलों में ही पढ़ाना होगा।
महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब पहले टेस्ट देना होगा। अगर इसमें अनुत्तीर्ण हो गए, तो वापस हिंदी माध्यम स्कूलों में ही पढ़ाना होगा। एक सप्ताह पहले शिक्षा विभाग ने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में रिक्त पदों को भरने के लिए 22 जून तक आवेदन मांगे थे। इसे देखते हुए हिंदी माध्यम स्कूलों के अनेक पदों पर कार्यरत शिक्षकों ने आवेदन जमा करा दिए। इसमें शहरी के अलावा ग्रामीण इलाकों के स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हैं। अब देखना यह है कि विभाग इन शिक्षकों को कब तक अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में लगाएगा। विभाग ने शिक्षकों के पदों का भी अब तक प्रकाशन नहीं किया है।
पांच दिनों में इतने आवेदन गत 17 जून को शिक्षा विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए विभाग में ही कार्यरत शिक्षकों तथा अन्य कर्मियों से आवेदन मांगे थे। आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि 22 जून रखी गई थी। इन पांच दिनों में प्रदेश भर से 40 हजार आवेदन जमा हो गए हैं। इसमें शिक्षकों के अलावा अन्य पदों के कार्मिकों ने भी ऑनलाइन आवेदन जमा कराए हैं।
अंकों का निर्धारण ऐसे यदि साक्षात्कार से पूर्व लिखित टेस्ट लिया जाता है, तो अधिकतम 30 अंक टेस्ट के लिए और 30 अंक साक्षात्कार के लिए रखे जाएंगे। टेस्ट व साक्षात्कार दोनों में 30-30 में से न्यूनतम 12-12 अंक लाने आवश्यक होंगे। अर्थात 24 अंक प्राप्त करने वाला ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल में चयन के लिए पात्र माना जाएगा। इसके अलावा जहां चयन केवल साक्षात्कार प्रक्रिया से होना है, वहां साक्षात्कार समिति के अध्यक्ष सहित प्रत्येक सदस्य को 10 में से अंक देने होंगे। साक्षात्कार समिति के सदस्यों द्वारा प्रदत्त अंकों के योग के आधार पर अधिकतम 60 में से न्यूनतम 24 अंक प्राप्त करने वाले आवेदक को अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में चयन के लिए पात्र माना जाएगा।
यह होगा माड्यूल लिखित टेस्ट व साक्षात्कार में 2 से 3 टॉपिक (सामान्य जानकारी) अथवा उसके विषय से सम्बन्धित होंगे अथवा समिति द्वारा तय किया जाएगा। साक्षात्कार कार्यक्रम की सूचना कार्मिकों को अलग से दी जाएगी तथा चयनित कार्मिकों का पदस्थापन काउंसलिंग प्रक्रिया से किया जाएगा।
नियुुक्ति संभवत: जुलाई में शिक्षा विभाग द्वारा जुलाई के अंतिम सप्ताह तक आवेदन करने वाले शिक्षकों तथा अन्य कार्मिकों के साक्षात्कार तथा टेस्ट लेकर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में नियुक्ति देने की संभावना है।
शिक्षकों को देना होगा टेस्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को टेस्ट देना होगा। जिन शिक्षकों को लिया जाएगा, उन्हें अंग्रेजी भाषा में सम्प्रेषण कौशल और अपने विषय को अंग्रेजी माध्यम में अच्छी तरह से अध्यापन कराने में प्रवीण होना होगा। इसके बाद साक्षात्कार समिति द्वारा आवेदनों की संख्या के आधार पर साक्षात्कार से पूर्व लिखित टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट अंग्रेजी माध्यम से होगा।