सब्जियों की आवक भी इन दिनों अच्छी है। बाजार में कई सब्जियां आ रही है, लेकिन बिक्री नहीं होने से सब्जियों के दाम सुस्त है। सब्जी विक्रेताओं का मानना है कि श्राद्धपक्ष के बावजूद सब्जियों की ग्राहकी निकल नहीं रही है। सब्जी के थोक-खुदरा व्यापारी संजय रूपेला ने बताया कि चार साल में सब्जियों के दामों में ऐसी गिरावट नहीं देखी। गत वर्ष तुरई 80 रुपए किलो बिकी थी, जो इस साल 40 रुपए किलो बिक रही है। वहीं ककड़ी 15, प्याज 16 रुपए किलो तक बिक रहे हैं।
मंडी में अल सुबह सब्जियों की आवक हो जाती है। सूरज निकलने के साथ ही रिटेल मंडियों में पहुंच जाती है। सब्जियां ताजा होने के कारण सुबह के समय भावों में तेजी रहती है। इसके बाद ज्यों-ज्यों सब्जियां बिकना शुरू होती है। ग्राहक छंटनी कर खरीदते हैं। शाम होते होते ढेर में से अच्छी-अच्छी सब्जियां बिक जाती है। शेष सब्जियों को भी बेचने के लिए दुकानदार भाव तोड़ कर आधे से भी कम कर देता है। जिसे घुमंतू परिवार के लोग खरीद लेते हैं।
कोटगेट स्थित सब्जी मंडी में सब्जियों के खुदरा भाव इस तरह रहे।
टमाटर 20
ककड़ी ६०
खीरा ३०(चायनीज)
खीरा २५(काला)
घीया 20
आलू 18
मिर्च 25-30
शिमला 40
टिण्डा ३०
भिंडी 30
तुरई 40
मूली 20
(भाव: रुपए प्रति किलो, स्रोत: थोक व रिटेल व्यापारी, नोट: स्थान के आधार पर भावों में उतार चढ़ाव संभव है)