इससे पूर्व प्रदर्शन करने आए ग्रामीणों से तहसीलदार धन्नाराम गोदारा ने काफी देर तक समझाइश की और उनको ज्ञापन सौंपने की बात कही लेकिन ग्रामीण नहीं माने और एसडीएम को ही ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़े रहे। बाद में एसडीएम आए तो महिलाओं ने उनके चेम्बर में जाकर अपनी चार सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा और उनके उजाड़े गए आशियाने फिर से बसाने के लिए जल्द भूमि आवंटित कराने की बात कही।
ज्ञापन सौंपने में मोहनीदेवी राणा, शोभा मेघवाल, सुगनी सुथार, रतनी मेघवाल, संतु देवी, सुशीला, संघर्ष समिति के संयोजक मगनाराम केड़ली, मनीराम दिलोइया, लिच्छुराम सारण, चैनाराम सहित काफी ग्रामीण शामिल थे। वहीं ग्रामीणों की ओर से एसडीएम ऑफिस के बाहर दिया जा रहा धरना १३ वें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा।
दूसरे दिन कृषि मंडी में २८ किसानों के जिंसों की तुलाई
नोखा. नोखा क्रय विक्रय सहकारी समिति की ओर से शुक्रवार को दूसरे दिन कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर २८ किसानों के जिंसों की खरीद की गई। क्रय विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापक विक्रमसिंह बेनीवाल ने बताया कि शुक्रवार को ५० में से ३० किसान ही मंडी आए और उसमें से २८ किसानों के समर्थन मूल्य पर चना, सरसों और गेहूं की खरीद की गई।
कुछ किसानों के जिन्स गुणवत्ता अनुरूप नहीं पाए जाने पर उनके अनाज की ढेरियों को रिजेक्ट कर दिया गया। बेनीवाल ने बताया कि किसानों को जारी किए टोकन में से तीन, चार और पांच अप्रेल को वंचित रहे किसानों के अनाज की तुलाई शनिवार को होगी।
उन्होंने किसानों से निर्धारित गुणवत्ता मापदंड के अनुसार ही अनाज मंडी में लाने की बात कही। उन्होंने बताया कि तहसीलदार की ओर से कुछ किसानों की लिस्ट प्राप्त हुई है, जिसमें गलत तरीके से गिरदावरी जारी होने की बात कही गई है। ऐसे किसानों के रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के निर्देश भी दिए है।