सेना के रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोम्बित घोष ने बताया कि मंगलवार को उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए यूएस प्रशांत कमाण्ड के कमाण्डर की तरफ से यूएस स्पेशल फॉर्स के कप्तान लैंडिस जेसन रॉबर्ट ने दोनों देशों के इस संयुक्त अभ्यास को सम्भव बनाने के लिए दोनों देशों के राजदूतों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास अमेरिका व भारतीय सेना के बीच दोस्ती के साथ-साथ शांति, समय के साथ-साथ युद्ध के माहौल के अनुभव सीखना व साझा करना है। भारतीय सेना की तरफ से कमाडिंग ऑफिसर ३ पैरा एफएस द्वारा सम्बोधित किया गया।
समारोह में सेना के सैन्य सम्बंधों को बढ़ावा देने के साथ-साथ विशेष परिचालन रणनीति पर चर्चा की गई। अभ्यास के दौरान दोनों देशों के जांबाजों ने युद्धक हथियारों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस दौरान सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में सैनिकों ने आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई। यह अभ्यास आतंकवाद से निपटने, दो सशस्त्र बलों की अंत: क्रियाशीलता को बढ़ाने व सेना को सैन्य सहयोग के लिए आगे बढ़ाने पर आधारित है। करीब १२ दिन तक चलने वाले अभ्यास में दलदल बंधक, बचाव, हस्तक्षेप, रेगिस्तान अस्तित्व, चिकित्सा सहायता व मुकाबला फायरिंग जैसे पहलुओं पर दोनों सेनाओं के जवान अभ्यास करेंगे।