पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि मृतक महिला की पहचान मुस्कान (34) पत्नी मोहम्मद रफीक के रूप में हुई है, जो मूलरूप से महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली थी। वर्तमान में शंकरनगर वार्ड नौ पाली में रहती थी। मुस्कान और हनुमानगढ़ के पीलीबंगा निवासी संगीता पत्नी स्व. गोपाल सिंह अच्छी दोस्त (मुंहबोली बहन) थी। संगीता अपने दोस्त झुंझुनूं के भुवाना हालपता शिकारगढ़ जोधपुर निवासी विकास माल (37) पुत्र स्व. लीलाधर जाट के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी। मुस्कान भी आती-जाती रहती थी। उसका अक्सर विकास से विवाद हो जाता था। बताया जाता है कि मुस्कान संगीता के लिव इन में रहने के फैसले से खुश नहीं थी। झगड़े का आधार भी यही था।
घर छोड़ने के बहाने से ले गए, रास्ते में कर दी हत्या
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 15 जून को संगीता ने मुस्कान को कहा कि वे लोग पीलीबंगा जा रहे हैं, रास्ते में उसे भी घर छोड़ देंगे। मुस्कान साथ हो ली। बीच-रास्ते मुस्कान और विकास के बीच झगड़ा हो गया। गुस्से में विकास ने मुस्कान का गला दबा दिया, जिससे वह अचेत हो गई। मुस्कान उसी हालत में गाड़ी में पीछे की सीट पर पड़ी रही। बीकानेर के नजदीक मुस्कान को खांसी आई, तब आरोपी ने फिर से उसका गला घोंटा, जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई।
अंग-भंग किया
आरोपी ने बीकानेर में घड़सीसर रोड पर ओवरब्रिज के पास डंपिंग यार्ड में मुस्कान का सिर व हाथ काट दिए। धड़ को बीकानेर फेंका और कटा हाथ-सिर बोरे में लेकर दोनों वापस जोधपुर चले गए। बोरी को जोधपुर में पांच बत्ती इलाके में नाले में फेंक दिया। महिला के एक हाथ पर महाकाल व दूसरे पर प्रकाश लिखा हुआ था। हाथ व सिर इसलिए काटे, ताकि मृतका की पहचान नहीं हो सके। जिस कार से फेंका था, उसी को सीसीटीवी के जरिए ट्रेस कर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। फिलहाल, दोनों आरोपी गिरफ्तार हैं।