बिश्नोई ने प्रदेश में लगातार हो रही बलात्कार की घटनाओं पर सरकार का ध्यान खींचते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति सरकार का रवैया संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को लांघ गया है। बीकानेर जिले के बरजांगसर में उप-स्वास्थ्य केंद्र के भवन की स्वीकृति के लिए 5 रोज से आमरण अनशन पर बैठी महिला सरपंच की सरकार अनदेखी कर रही है, वह गलत है।
विश्नोई ने मुख्यमंत्री गहलोत से पूछा, ‘आप जोधपुर से आते हैं, जहां पेड़ों की रक्षा के लिए 363 लोगों ने कुर्बानी दी थी। उस शहादत स्थल खेजड़ली को तो विश्व धरोहर में सम्मिलित करने की घोषणा करते तो अच्छा होता। राजधानी में 50 करोड़ की लागत से गांधी स्मारक बनाने की बात कही, लेकिन इसी नगर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की स्मृति में 12 करोड़ के प्रस्तावित स्मृति-स्थल को निरस्त करने का निर्णय भी लिया। इस तरह बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए।