दो दिन बाद जंगल में मिले बकरे सीओ ने बताया कि बकरों को प्रतिदिन जंगल में चराने के लिए ले जाया जाता है। 23 नवंबर को भी रेवड़ चरने गया। वहां से रात को वापस आ गया। उसी रात कुछ बकरे जंगल में छूट गए। 24 नवंबर को सुबह रेवड़ को गिना, तो बकरे कम थे। इसका पता चलने पर ग्रामीण एकत्रित हो गए। बकराशाला की जाली टूटी हुई थी। पहले भी एक-दो बकरे चोरी हो चुके थे। इसलिए ग्रामीणों व कोडमदेसर भैंरुनाथ मंदिर कार्यालय के संचालक रामेश्वरलाल को आशंका हुई की बकरे चोरी हो गए हैं। ग्रामीणों व पुलिस ने तलाश शुरू की। 25 नवंबर की शाम को बकरों का रेवड़ जंगल से चर कर शाम को बकराशाला वापस लौटा, तो जंगल में छूटे बकरे भी साथ आ गए। अब बकरों की गिनती में पहले जो 98 बकरे कम थे, वे अब पूरे हैं।
चोरी के मामलों को लेकर नपे एसएचओ दरअसल, गजनेर थाना इलाके में काफी समय से लगातार चोरी की वारदातें हो रही हैं। इससे ग्रामीण आक्रोशित हैं। धरना-प्रर्दशन भी कर रहे हैं। ऐसे में बकरे चोरी का ताजा मामले से काफी किरकिरी हो रही थी। बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक काफी नाराज हुए। उन्होंने सोमवार को गजनेर एसएचओ राकेश स्वामी को लाइन हाजिर कर दिया।