बिजनौर।यूपीएससी परीक्षा में 25वां स्थान लाने वाले सादे खान ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को टिप्स दिए। इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी अटल कुमार राॅय ने सादे मियां खान को बधाई दी। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण टिप्स बताते हुए कहा कि एकाग्रता, लगन और निरन्तरता के साथ किए जाने वाले प्रयासों से निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है।
पनीर , अब लगा ऐसा आरोप कि पड़ गए लेने के देने परीक्षाओं में सफलता के लिए जरूरी नहीं कि उच्च श्रेणी के कोचिंग संस्थानों में अध्यन प्राप्त करने से ही उसे हासिल किया जा सकता है। उन्होेंने कहा कि इसकी ज़िन्दा मिसाल जिला बिजनौर के साद मियां खान हैं।जिन्होंने चार बार नाकाम रहने के बाद भी बिना कोचिंग क्लासेज ज्वाईन किये पांचवी बार में यूपीएससी ? परीक्षा में 25वीं रैंक प्राप्त कर सफलता हासिल की है।उन्होंने पब्लिक सर्विस कमीशन के लिए तैयारी करने वाले उपस्थित छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे भी निरन्तर रूप से कठिन परिश्रम और एकाग्रता के साथ प्रयास करें और किसी भी असफलता से मायूस न हों बल्कि असफलता के कारणों से शिक्षा ग्रहण करते हुए पुनः उत्साह के साथ सार्थक रूप से अपने गोल को पाने का प्रयास करें । निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होकर रहेगी।
कलक्ट्रेट सभागार में स्थानीय मौहल्ला क़ाजीपाड़ा के साद मियां खान को यूपीएससी परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त करने पर बुके देकर उनका सम्मान करते हुए प्रतियोगात्मक परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में किसी उद्देश्य को प्राप्त करने में असफल रहना शर्म या हीनता की बात नहीं होती। वास्तव में असफलता ही सफलता की कुंजी होती है। लेकिन उन लोगों के लिए जो असफलता के कारणों का पता लगा कर पुनः पूरी लगन, धैर्य, एकाग्रता और लगन के साथ प्रयास करते हैं।
यह बी पढ़ें-अजब-गजब: यहां 10 दिन का गाय का बच्चा दे रहा दूध, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित और उत्साहित करते हुए कहा कि इसका जीवित उदाहरण साद मियां के रूप में उनके सामने मौजूद है।जिन्होंने यूपीएससी की चार बार लिखित परीक्षा और तीन बार साक्षात्कार में असफल रहने के बावजूद भी हिम्मत नहीं हारी और अपने अथक और निरन्तर प्रयासों से पांचवीं बार गौरवशाली 25 वीं रैंक प्राप्त कर सिद्ध कर दिया है कि सार्थक प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती।
यह भी देखें-बाघ ने युवक को बनाया अपना शिकार सभागार में साद मियां ने उपस्थित युवाओं से कहा कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शाॅर्टकट न अपनायें बल्कि कठिन मेहनत और लगन के साथ प्रयास करें और बुक के साथ समाचार पत्रों का अध्ययन भी लाज़मी तौर पर करें। छात्रों को टिप्स देते हुए कहा कि कभी यह न सोचें कि मैं परफैक्ट हूं, बल्कि हमेशा ज्ञान बढ़ाने और उसमें और अधिक सुधार के लिए प्रयासरत रहें। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता प्राप्ति के बाद स्वयं को अधिकारी नहीं बल्कि सेवक के रूप में समझें और सेवा की भावना से ही अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निर्वहन करें।
Hindi News / Bijnor / सिविल सेवा में 5 बार मिली असफलता फिर भी नहीं हारी हिम्मत, जब मिली सफलता तो DM ने भी दी बधाई