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बीजापुर

इस 4 गांव के लोग 70 किलोमीटर पैदल चलकर करेंगे मतदान, नक्सलियों के खौफ से प्रत्याशी भी नहीं मांगते वोट

CG Lok Sabha Election 2024: प्रशासन प्रचार प्रसार कर मतदान करने प्रेरित करता है लेकिन नेशनल पार्क इलाक़े के चार पंचायतों के सैकड़ो ग्रामीण अपने मत का प्रयोग करने से वंचित रहते है।

बीजापुरApr 06, 2024 / 04:00 pm

Kanakdurga jha

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Lok Sabha Election 2024: सेंड्रा इलाके के ग्रामीणों के लिए लोकतंत्र के महापर्व पर सिर्फ रस्म आदई जैसा है,प्रशासन प्रचार प्रसार कर मतदान करने प्रेरित करता है लेकिन नेशनल पार्क इलाक़े के चार पंचायतों के सैकड़ो ग्रामीण अपने मत का प्रयोग करने से वंचित रहते है। भोपालपटनम ब्लॉक के सुदूर इलाके में बसे घोर नक्सल प्रभावित चार ग्राम पंचायतों में वर्षों से चुनाव महज रस्म अदायगी बनकर रह गई है।
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इन ग्राम पंचायतों में न तो प्रत्याशी प्रचार करने पहुचते है और न ही प्रशासन निर्वाचन कराने। ब्लॉक मुख्यालय में ही मतदान की औपचारिकता निभा कर चुनाव सम्पन करा लिया जाता है जिसमे 75 फीसदी से भी अधिक मतदाता मताधिकार से वंचित रह जाते हैं। ब्लॉक में कुल 62 मतदान केंद्र है जिसमे 23 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते है । इन मतदान केंद्रों को दूसरी जगह यानी 70 किमी दूर मुख्यालय में शिफ्ट किया गया। सेंड्रा इलाके के तीन पंचायत है जिनमे बड़ेककलेट, सेंड्रा, एडापल्ली शामिल है।
इन तीन पंचायतों के कई ग्रामीण 2005 सलवा जुडूम के समय भोपालपटनम फारेस्ट नाके के पास आकर बस गए थे। धीरे-धीरे यह इलाका सेंड्रापारा नाम से जाना जाने लगा। चुनाव के समय इन तीन पंचायतों के लिए मतदान केंद्रों को भोपालपटनम सेंड्रापारा के पास के हाई स्कूल में लगाया जाता है। यह बसे लोग मतदान करते है। लेकिन तीन पंचायतों के गावो में जो लोग निवासरथ है वे अपने मद का प्रयोग नही कर पाते है क्योंकि मतदान केंद्र 70 किलोमीटर की दूरी पर विस्थापित किया जाता है। नक्सल हिंसा के चलते 20 सालों से यह सरकार की योजनाएं नही पहुंच पाती है।
मतदान क्रमांक 01 करकावाडा और मतदान क्रमांक 02 नेतीवाड़ा को करकेली पोटाकेबिन विस्थापित किया गया है । मतदान क्रमांक 03 सेंड्रा मतदान क्रमांक 04 चेरपल्ली मतदान क्रमांक 05 अन्नापुर मतदान क्रमांक 14 पीलूर मतदान क्रमांक 15 बड़ेककलेड मतदान को भोपालपटनम हाईस्कूल में विस्थापित किया गया। मतदान क्रमांक 06 मट्टीमरका को प्राथमिक शाला में विस्थापित किया गया है मतदान क्रमांक 16 इरपागुट्टा मतदान क्रमांक 17 एडापल्ली मतदान क्रमांक 18 फालसेगुण्डी को स्वामी आत्मानंद स्कूल भोपालपटनम में विस्तापित किया गया है मतदान क्रमांक 19 नेतीकाकलेड मतदान क्रमांक 20 दुडेपल्ली मतदान क्रमांक 22 केरपे को पोटाकेबिन करकेली में शिफ्ट किया गया है मतदान क्रमांक 26 कडलापर्ती को प्राथमिक शाला उल्लूर में विस्थापित किया गया है मतदान क्रमांक 40 अन्नारम को आंगनबाड़ी कोत्तूर में विस्थापित किया गया है मतदान क्रमांक 41 पोसडपल्ली को प्राथमिक शाला पेद्दामटुर में शिफ्ट किया गया है मतदान क्रमांक 45 करकावाया को आश्रम शाला देपाल में विस्थापित किया गया है मतदान क्रमांक 49 दम्पाया को प्राथमिक शाला दुधेड़ा में शिफ्ट किया गया है मतदान क्रमांक 52 बन्देपारा को माध्यमिक शाला पेगड़ापल्ली में शिफ्ट किया गया है मतदान क्रमांक 95 वंगापल्ली को प्राथमिक शाला मद्देड में शिफ्ट किया गया मतदान क्रमांक 96 मीनूर को प्राथमिक शाला केसाइगुड़ा में शिफ्ट किया गया।
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न क्सल हिंसा की मार झेल रहे सेंड्रा इलाके के लोगो को लोकतंत्र पर्व में हिस्सा लेने 65 किमी दूर चलकर अपने मत का प्रयोग करने आना होगा भोपालपटनम ब्लाक के 62 मतदान केंद्रों में जिनमे आतिसवेदनसील 23 मतदान केंद्र को ब्लाक मुख्यालय में विस्थापित किए जाएगा विस्थापित हुए मतदान केन्द्रों की दूरी काफी ज्यादा है वह से ग्रामीण अपने मद का प्रयोग करने मतदान केंद्र नही आ सकेंगे दूरी तय कर आने के लिए कोई साधन नही है उन इलाकों में ना बस चलती है और नाही को टैक्सी जरूरत पड़े तो उन गांवों के लोग बैलगाड़ी साइकल या पैदल चलकर आना पड़ेगा। 2009 के बाद सभी चुनावो के लिए मतदान केन्द्र को ब्लॉक मुख्यालय में शिफ्ट किया जाता है। जिनकी दूरी काफी अधिक होती है उन मतदान केंद्रों तक ग्रामीणों का पहुंचना संभव नही है क्योंकि उनके यह कोई साधन नही है। इस लिए यहाँ मतदान प्रतिशत कम रहता है।
राशन के लिए उठानी पड़ती है पीड़ा

नेशनल पार्क सेंड्रा इलाके के गांव विकास से कोसों दूर है। देश की आजादी के इतने वर्षों बाद भी इन गांवों तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग ब्लॉक मुख्यालय से नहीं है। जिला मुख्यालय बीजापुर से 120 किमी दूरी तय करनी पड़ती है। इन गांव के गरीब परिवारों को पीडीएस का राशन लेने के लिए 70 से 80 किमी की दूरी पगडंडियों रस्तो पर तय कर मुख्यालय आना पड़ता है ।जहा राशन दुकानें खोली गई है। सेंड्रापारा बस्ती जुडूम के बाद आकर बसे लोग।

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