CG Naxal News: हमले में शहीद हुए 8 जवान
इस ब्लास्ट की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जवानों के शवों को टुकड़ों में बंटोरना पड़ा, उन्हें पोटली में बांधना पड़ा। जवानों के एके 47 जैसे हथियार भी टूट गए। वहीं जवानों के मोबाइल भी पूरी तरह से टूट गए। हमले में शहीद हुए आठ जवान और एक सिविलियन ड्राइवर का शव 300 से 400 मीटर दूर तक बिखरे रहे। एक शव विस्फोट से नदी में गिर गया था जिसे ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और वह दो घंटे के बाद मिला।
योजना बनाकर आईईडी को किया गया एक्टिव
फोर्स अभी यह नहीं बता पाई है कि कितने किलो का आईईडी था लेकिन माना जा रहा है कि 20 से 25 किलो के विस्फोटक ने इतना बड़ा नुकसान पहुंचाया है। (Naxal News) फोर्स के मुताबिक नक्सलियों ने जिस जगह ब्लास्ट किया वहां से दूर दो पेड़ों के बीच वी शेप का निशाना बनाया और आईईडी के वायर को जोड़ते ही यह ब्लास्ट हो गया। बताया जा रहा है कि नक्सली जानते थे कि जवानों की किस रास्ते से वापसी होने वाली है। उसी आधार पर योजना बनाकर आईईडी को एक्टिव किया गया। जैसे ही जवानों की गाड़ी जद में आई आईईडी का वायर जोड़ दिया। Naxal News: डीआईजी बोले- वापसी में चूक हो गई
डीआईजी कमलोचन कश्यप ने इस हमले के बाद माना कि वापसी में चूक हो गई। नक्सलियों ने चूक का फायदा उठाते हुए हमला कर दिया। बताया गया कि अबूझमाड़ ऑपरेशन में अलग-अलग जिलों के जवान शामिल थे जिन्हें अलग-अलग रूट से बाहर निकाला जा रहा था। बीजापुर के रास्ते वापस लौट रहे जवानों को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाते हुए हमला कर दिया।
दो दिनों में 9 जवानों की शहादत
फोर्स को इस ब्लास्ट के साथ दो दिन में 9 जवानों की शहादत का सामना करना पड़ा है। दो दिन पहले हुई अबूझमाड़ मुठभेड़ में भी एक जवान शहीद हो गया था। (chhattisgarh news) सोमवार को हुए ब्लास्ट में डीआरजी और बस्तरिया फाइटर्स के जवान शहीद हुए हैं। माड़ में 72 घंटे तक चले ऑपरेशन से लौटते वक्त ही जवानों को निशाना बनाया गया। सोमवार देर शाम तक सभी जवानों का शव जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा ले आया गया। सभी शहीद जवानों के शव का पोस्टमार्टम रात में ही किया गया। आज दंतेवाड़ा में सभी शहीदों को अंतिम विदाई दी जाएगी। गृहमंत्री विजय शर्मा भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। ब्लास्ट के बाद बरामद हथियार और दूर मिली गाड़ी की स्टेयरिंग।
पीछे चल रही गाड़ी का कांच टूट गया
CG Naxal News: शहीद जवानों की गाड़ी के पीछे एक और गाड़ी थी, जिसमें भी जवान सवार थे इस गाड़ी का कांच भी ब्लास्ट में टूट गया। हालांकि इसमें सवार जवानों को कुछ नहीं हुआ। जैसे ही ब्लास्ट हुआ दूसरी गाड़ी के जवानों ने मोर्चा संभाला लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी। नक्सली अपना काम करके जा चुके थे।