उत्कलमणि गोपबंधु जी ने 1909 में साक्षीगोपाल में बाकुलबन विद्यालय की शुरुआत 19 छात्रों से की थी। यह विद्यालय शांतिनिकेतन की भांति खुले वातावरण में शिक्षा देने का गोपबंधु का एक अभिनव नया प्रयोग था। इसे शिक्षा का सत्यवादी मॉडल कहा जाता है। पंचसखा उत्कलमणि गोपबंधु दास, पंडित कृपासिंधु मिश्रा, आचार्य हरिहरदास, पंडित गोदावरीश मिश्रा व पंडित नीलकंठ दास के सामूहिक प्रयासों से शिक्षा की यह व्यवस्था सत्यवादी के बाकुलबन में शुरू की गई थी।
लंबे समय से हो रही थी मांग
नवीन पटनायक ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की मांग ओडिया भाषी बीते काफी समय से कर रहे थे। इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य ही ओडिया भाषा का व्यापक प्रचार व प्रसार है। अब इस विश्वविद्यालय से ओडिया भाषा जिसे 2016 में क्लासिकल लैंग्वेज का टैग मिला था का व्यापक प्रसार हो सकेगा।
उपलब्ध होगी ओडिया के लिए रिसर्च की सुविधा
उन्होंने कहा कि ओडिया विश्वविद्यालय में ओडिया भाषा एवं साहित्य में स्नातकोत्तर की डिग्री के साथ ही रिसर्च वर्क की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पुरी सांसद पिनाकी मिश्र, उच्च शिक्षा मंत्री अनंत दास, साझीगोपाल विधायक उमाकांत सामंतराय आदि लोगों ने भी विचार व्यक्त किए।
लोक सेवक मंडल के अध्यक्ष दीपक मालवीय, महामंत्री निरंजन रथ, कोषाध्यक्ष भीमसेन यादव, आजीवन कर्मी प्रवास आचार्य, राजेंद्र जेना ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया। मालवीय ने कहा कि शिक्षा का सत्यवादी मॉडल उत्कलमणि का सपना था। बाकुलबन ओडिया विश्वविद्यालय राज्य की भाषा की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।