प्रदेश में नहीं है स्ट्रेन की जांच की सुविधा
प्रदेश के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज और भोपाल के एम्स की लैब तक में कोरोना वायरस के स्ट्रेन की जांच की सुविधा नहीं है। इसी के चलते संक्रमित मरीजों के सैंपल नेशनल कम्युनिकल डिसीज सेंटर दिल्ली में जांच के लिए भेजे जाते हैं। नेशनल कम्युनिकल डिसीज सेंटर दिल्ली से जांच रिपोर्ट सामान्य तौर पर दो से तीन दिन में मिल जाती है।
ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन से दुनिया हैरान है। इसके लिए देशभर में अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। कई देशों ने यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इधर मध्यप्रदेश के कई जिलों में ब्रिटेन से लौटे लोगों की खोजखबर नहीं ली जा रही है। जिनके सैम्पल लिए गए उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इस बीच स्कॉटलैंड से यूके होते हुए 18 दिसंबर को पत्नी के साथ इंदौर लौटा एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसे आनन-फानन में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया।