तीन कंपनियों ने जताया था रुझान
इस ब्रश को अपने नाम से बेचने के लिए तीन कंपनियों ने अपना रुझान जताया है। यह सभी मल्टी नेशनल कंपनियां हैं, जो आयुर्वेद से जुड़े व ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का निर्माण करती है। इनमें से उस कंपनी का चयन किया गया है, जो सबसे कम कीमत में इसे मार्केट में ला सके। इसके अलावा बीच में इस ब्रश(Gum Massaging Brush) को सरकार की मदद से एमएसएमई की मदद से मार्केट में उतारने की दिशा में साथ साथ कार्य किया जा रहा है। प्रबंधन का कहना है कि सरकार से जल्द मदद मिल जाती है तो इसे नो प्रॉफिट नो लॉस की थीम पर लॉन्च किया जाएगा। जिससे यह बेहद कम दर में मार्केट में उपलब्ध होगा।
अभी मौजूद ब्रश से मसूड़ों में होते हैं जख्म
डॉ. अंशुल राय ने बताया कि अभी सभी ब्रश सिर्फ दांतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए। जो मसूड़ों को चोट पहुंचाते हैं। जबकि मजबूत दांतों के लिए स्वस्थ मसूड़े सबसे ज्यादा जरूरी हैं। जो लोग तेज और ज्यादा दबाव डाल कर ब्रश करते हैं, उनके मसूड़ों पर जख्म तक हो जाते हैं। जिससे कई समस्याओं का जनम होता है। यह मसूडों पर चलाने से उनकी मसाज होती है। जिससे मसूड़े में ब्लड सप्लाई अच्छी हो जाती है।