पहले जो वायरलेस सेट उपयोग में लाये जाते थे, उनमें अत्याधुनिक तकनीक जितनी सुविधायें नहीं थी। फिलहाल इस सेट को एमपी के 14 जिलों मंडला, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सीधी, सतना, सिंगरौली, रीवा, सागर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी और दतिया को दिया जायेगा। वायरलेस मुहैया कराने वाली कम्पनी ने तय संख्या के मुताबिक पर्याप्त सेट जारी नहीं किये है, इसके लिये कम्पनी को 60 दिल की हिदायत दी गयी है। मुख्यालय से इन जिलों को ये सेट जारी किये जायेंगे। अधिकारियों के अनुसार मौजूदा वित्तीय बर्ष में अन्य जिलों को डीएमआर सेट मुहैया कराने का प्रावधान किया गया है, जल्द हा इसके लिये प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
ये हैं नये वायरलेस सेट की खूबियां
अभी तक उपयोग में लाये जा रहे डीएमआर सेट को एनालॉग पर चलाया जाता था, जिससे आवाज में कई तरह के व्यवधान आते थे, लेकिन नये वायरलैस सिस्टम में इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही इस सेट की सहायता से अधिकारी संबंधित पुलिसकर्मी की पुख्ता लोकेशन का पता लगा सकेंगे। अगर ये चोरी या गुम हो जाता है, तो कंट्रोल रूम की सहायता से ही उसके स्थायी या अस्थायी पते की जानकारी जुटा सकेंगे।
सबसे पहले सीहोर जिला हुआ इस तकनीक से लैस
केन्द्र सरकार के निर्देश पर 2018-19 में सबसे पहले सीहोर जिला इस तकनीक से लैस हुआ था। इस दरम्यान यहां 1350 तो वर्ष 2020-21 में कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी और बालाघाट के लिए 5264 डीएमआर सेट जारी किए गए थे। अब इस साल 14 जिलों को जारी होने वाले कुल 7295 डीएमआर सेट में स्ट्रेटिक यानी थानों में रखे जाने 1034 वायरलेस सेट हैं तो हैंडसेट की संख्या 4117 है। वाहनों में लगाए जाने वाले वायरलेस सेट 2144 हैं।