अप्रेल के 30 दिन में 23 मिमी बारिश प्रदेश में हुई, जो सामान्य से 539% ज्यादा है। वहीं 1 मार्च से अब तक 60 दिन में 45.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि इतने दिनों में 11 मिमी बारिश होनी थी। यह सामान्य से 310% ज्यादा है। अप्रेल में भले ही सर्वाधिक बारिश के रेकॉर्ड टूट गए हों, लेकिन मौसम विभाग के दस्तावेजों में यह 1 मई को गिना जाएगा। दरअसल, विभाग बारिश का रेकॉर्ड एक दिन बाद दर्ज करता है।
4 डिग्री तक बढ़ गया अधिकतम तापमान
मंगलवार को शहर में सुबह से ही मौसम का मिजाज नरम-गरम है। सुबह से ही धूप खिली हुई है इसके कारण बीते दिन के मुकाबले अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। शहर का अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 17.6 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि रविवार को अधिकतम तापमान 26.3 और न्यूनतम 20 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। मौसम में बने चक्रवात के चलते बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। अगले तीन दिन इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है। कई जगहों पर फिर से बारिश हो सकती है।
जानिए कितना गिरा पानी
प्रदेश के हर जिले में पानी बरस रहा है। गर्मी के 62 दिनों में मप्र में देश के 28 राज्यों से ज्यादा पानी गिरा है। अब तक 11.1 मिमी सामान्य वर्षा के मुकाबले 375 फीसदी ज्यादा यानी 52.8 मिमी बारिश हुई है। 52 में से 48 जिलों में सामान्य से 200 से 1263 फीसदी ज्यादा पानी बरसा है। 4 जिलों में 50 से 150% ज्यादा बारिश हुई। सबसे ज्यादा बड़वानी में 32.7 मिमी बारिश हुई। यह सामान्य वर्षा के मुकाबले 1263% ज्यादा है। सीहोर में 1175 फीसदी ज्यादा हुई। मुरैना में सबसे कम 16.2 मिमी बारिश हुई। अशोकनगर में 63 साल का रेकॉर्ड टूटा है। 41 जिलों में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री से कम है। पमचढ़ी में पारा 14.6 डिग्री पहुंचा है।