एमपीआरडीसी इस निर्माण के लिए दो बार एजेंसियों को आमंत्रित कर चुकी है लेकिन कोई भी निर्माण के लिए आगे नहीं आया। अब नए सिरे से इसके निर्माण की प्लानिंग बनाने की तैयारी है। विभाग अब मौजूदा रोड पर ही एक और रोड बनाने की संभावनाएं भी तलाश रहा है। मौजूदा रोड के तालाब वाले हिस्सों को मजबूती देकर इस पर ही डबल डेकर रोड बनाने की तैयारी है। प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर के बाद काम शुरू करने निर्माण एजेंसी तय होगी।
वीआइपी रोड किनारे नूरमहल से लेकर शाहिदा नगर, शहीद नगर, कोहेफिजा का क्षेत्र, खानूगांव का बड़ा हिस्सा, चार मैरिज गार्डन के साथ तीन पुरानी बड़ी होटल्स हैं। रोड की चौड़ाई 30 मीटर तक करने का मतलब है कि इन क्षेत्रों में कम से कम सात से दस मीटर तक का जमीन अधिग्रहण करना होगा। टीओडी.टीडीआर पॉलिसी के तहत अब जमीन अधिग्रहण के लिए नकद भुगतान नहीं दिया जा सकता। इतना ही नहीं, इस रोड किनारे जिनके मकान हैं वे उच्चवर्गीय हैं। अफसरों के अनुसार डीपीआर बनाने वाले कंसलटेंट व निर्माण एजेंसियां भी जानती है कि ये प्रोजेक्ट बनेगा नहीं, इसलिए कोई टेंडरिंग में भाग ही नहीं ले रहा है।
…तो प्रदेश की यह पहली रोड होगी
वीआइपी रोड का डबल डेकर प्लान तैयार होता है तो फिर ये प्रदेश की तालाब में बनने वाली पहली डबल डेकर रोड होगी। एलीवेटेड रोड के लिए मौजूदा रोड पर पिलर बनाने होंगे या फिर केबल पर इसे कसना होगा। उम्मीद की जा रही है कि इसपर दिसंबर 2022 में अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। केंद्र की मद से शहर में कई विकास कार्य प्रस्तावित थे जिनमें ये भी शामिल है।
इस संबंध में प्रोजेक्ट प्रभारी इंजीनियर एमएच रिजवी बताते हैं कि वीआइपी रोड चौड़ीकरण को लेकर सभी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की योजना पर काम किया जाएगा। अभी डीपीआर के लिए एजेंसी तय नहीं हो पाई हैं।