सरकार ने एक जनवरी को यूनियन कार्बाइड से सुरक्षा के बीच कंटेनरों से कचरा पीथमपुर पहुंचाया। इसके बाद विरोध सुलग गया। तब सरकार को कहना पड़ा कि हाईकोर्ट के सामने स्थिति पेश करेंगे। तब तक कचरा जलाने की कार्रवाई शुरू नहीं होगी।
पीथमपुर बचाओ समिति अध्यक्ष डॉ. हेमंत हिरोले के नेतृत्व में दल रामकी प्लांट गया। वहां कंटेनर की सील लगी देख संतोष जताया। उन्होंने बताया कि मिट्टी-पानी के सैंपल की इंदौर की एनएबीएल सर्टिफाइड चौकसी लैब में जांच कराई। इसकी रिपोर्ट सोमवार को कोर्ट के समक्ष रखी जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में भी आज सुनवाई
पीथमपुर में रासायनिक कचरा जलाने पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। याचिका में पीथमपुर में कचरा जलाने पर रोक की मांग की है। कहा गया कि इस फैसले से पहले पीथमपुर के लोगों से सलाह नहीं ली। रेडिएशन का खतरा हो सकता है, यहां मेडिकल फैसिलिटी भी नहीं है।