इस दर में तय किया भोपाल के लिए कपड़ा – 44 रुपए प्रतिमीटर शर्ट का कपड़ा – 99 रुपए प्रतिमीटर पेंट का कपड़ा – 99 रुपए प्रतिमीटर ट्यूनिक का कपड़ा – 45 रुपए प्रति पीस लेगी
– 190 रुपए अन्य सामग्री मिलाकर
नोट- इसमें एक यूनिफॉर्म के कपड़े की फिक्स कीमत 190 रुपए है। जिस क्वालिटी का कपड़ा दिया जा रहा खुले बाजार में पड़ताल की तो वह 100 रुपए में मिल रहा है। बुरहानपुर के सहकारी हैंडलूम से कपड़ा खरीदने के थे आदेश
दिसंबर 2017 को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने आदेश जारी कर मप्र राज्य पावरलूम बुनकर सहकारी संघ मर्यादित से वस्त्र सामग्री प्रदान के निर्देश दिए थे। इसमें स्कूल समेत शासन के अन्य विभागों के लिए कपड़ा खरीदी भी करना थी, लेकिन निजी दुकानों से खरीदी की गई।
इन 25 जिलों में यूनिफॉर्म आजीविका मिशन के तहत ही खरीदी तय थी आगर मालवा, बड़वानी, बैतूल, भोपाल, छिंदवाड़ा, दमोह, धार, डिंडोरी, गुना, ग्वालियर, होशंगाबाद, झाबुआ, मंडला, रायसेन, राजगढ़, रीवा, सागर, सीहोर, शहडोल, शाजापुर, श्योपुर, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली, विदिशा।
स्वसहायता समूह की महिलाओं को सिर्फ 60 रुपए का मेहनताना स्थिति ये हैं कि पूरी यूनिफॉर्म आजीविका मिशन के तहत तैयार कराना थी, लेकिन सिर्फ सिलाई में ही काम पूरा किया जा रहा है। स्व सहायता में लगी महिलाओं को महज 60 रुपए का मेहनताना दिया जा रहा। भोपाल के पास परवलिया सड़क में इसकी सिलाई का बड़ा केंद्र चल रहा है। कई जगह तो स्व सहायता समूह बनाए ही नहीं, ग्रामीण टेलर्स को ही काम दे दिया गया। राजगढ़ में तो तत्कालीन जिला पंचायत सीइओ ऋषभ गुप्ता ने बखेड में इस स्थिति को पकड़ा था।
इसमें गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं। शिकायतें भी मिल रही हैं। भोपाल समेत सभी जगह पर हम इसकी जांच कराएंगे। – कमलेश्वर पटेल, ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री