भोपाल. मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित वाणिज्यिक कर विभाग के एक बाबू ने इंग्लिश की ऐसी-तैसी करते हुए ऐसा जवाब बनाया कि अब विभाग परेशान है। दरअसल बाबू ने एक आरटीआई का जवाब हिंदी-इंग्लिश के बजाय हिंग्लिश में लिखा है, जिसमे तमाम शब्दों की स्पेलिंग गलत है। जवाब मिलने के बाद याची को शब्द समझ में नहीं आए तो डिक्शनरी देखी। वहां भी ऐसा कोई शब्द मिलना मुमकिन ही नहीं था। ऐसे में याची ने दुबारा आरटीआई लगाकर शब्दों का अर्थ पूछा है। जवाब देने मे विभाग परेशान है।
इनका अर्थ पूछा
– Glievences
– od
– parson
– eith
– abtaining
आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज त्रिपाठी ने सूचना के अधिकार के तहत पांच बिंदुओं में जानकारी मांगी थी। विभाग ने आरटीआई अमान्य करने की सूचना 20 जुलाई को भेजी। दो पेज के पत्र में करीब 15 अंग्रेजी शब्दों का उपयोग किया, जिनमें पांच शब्दों की स्पैलिंग गलत है। हिंग्लिश में जवाब और अंग्रेजी के गलत शब्दों का उपयोग किया। त्रिपाठी का कहना है कि जो अंग्रेजी शब्द लिखे गए उससे जवाब समझ में नहीं आ रहा। ढूंढने पर किसी भी शब्दकोश में इनका अर्थ भी नहीं मिल रहा। एेसे में जिसने जवाब दिया, उससे ही अर्थ पूछा है तो गलत क्या है? यह जवाब सहायक आयुक्त वाणिज्यिक कर विभाग वृत पांच भोपाल की ओर से दिया गया।
इनका कहना है…
हमारे कार्मिक विभाग के टाइपिस्ट हिंदी जानते हैं। जवाब में तो सही अंग्रेजी थी, लेकिन टाइपिंग में कुछ गलतियां हो गई है। हम जवाब दे देंगे।
– सुनील मिश्रा, उपायुक्त, वाणिज्यिक कर विभाग
Hindi News / Bhopal / सरकारी बाबू की इंग्लिश राइटिंग, किसी डिक्शनरी में नहीं मिलेंगे ये शब्द