नहीं चल रहा बहाना: राजधानी में सेकंड डोज का लक्ष्य पूरा कराने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में तैनात की गई टीम को एक वैन दी गई है. टीम के सदस्य सेकंड डोज न लगवाने वालों को फोन करते हैं. यदि किसी ने कहा कि उसे ऑफिस से टाइम नहीं मिल रहा तो टीम ऐसे लोगों को सेकंड डोज पूरा कराने के लिए वैन को घर या दफ्तर भेज देती है.
कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ.संगीता टांक ने बताया कि जिस रूट पर वैन जाती है तो उसी रूट से संबंधित लोगों को टीमें कॉल करती हैं. कई बार ऐसा भी हुआ कि एक व्यक्ति को टीका लगाने के दौरान चार और लोग भी ट्रेस हो जाते थे. ऐसा कर टीमें अब तक ढाई सौ से ज्यादा लोगों को टीका लगा चुकी हैं.
सेकेंड डोज की भी कुछ ऐसी ही रफ्तार रही है. प्रदेश की राजधानी भोपाल में 11 लाख 29 हजार 311 लोगों को सेकंड डोज लग चुका है. देश में लगे 70.3 करोड़ फर्स्ट डोज में से सात फीसदी 4.9 करोड़ डोज मप्र में लगे हैं. वहीं देश में लगे 29.0 करोड़ सेकंड डोज में 6 फीसदी यानी 1.8 करोड़ डोज मप्र में लगाए गए हैं.