दरअसल, फिल्म पठान के रिलीज होने से पहले ही अभिनेता शाहरुख खान विवादों में घिर गए थे। फिल्म के पहले रिलीज गाने के एक दृष्य को लेकर देशभर में विरोध हुआ। सोशल मीडिया पर हैशटैग बॉयकॉट पठान तक ट्रेंड हो गया। सिर्फ देश के हिंदू ही नहीं बल्कि मुसलमानों ने भी इसपर आपत्ति जताई थी।
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क्या है ‘बेशर्म रंग’ का विवाद ?
फिल्म के गाने बेशर्म रंग के सीन में दीपिका पादुकोण केसरी रंग की बिकनी पहनी हुई है, जिसे लेकर आपत्ति जताई गई और सॉन्ग का नाम बेशर्म रंग रखा गया। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दृश्य को लेकर आपत्ति जताई थी और फिल्म प्रोडक्शन को मध्य प्रदेश में इस फिल्म को रिलीज न होने देने की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद देशभर में विरोध शुरु हुआ था।
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CBFC ने क्या कहा ?
इस संबंध में अब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने बयान जारी करते हुए कहा कि, फिल्म ‘पठान’ से जुड़े सभी सवालों को शांत करने के लिए, मैं बता दूं कि, ये फिल्म हाल ही में सर्टिफिकेशन के लिए सीबीएफसी एग्जामिनेशन कमिटी के पास पहुंची थी और निर्धारित जांच प्रक्रिया से गुजरी’। जोशी के अनुसार, सीबीएफसी एग्जामिनेशन कमिटी ने ‘पठान’ के निर्माताओं को विवादित गाने समेत फिल्म में सुझाए गए अन्य बदलावों को लागू करने और थिएटर में रिलीज से पहले संशोधित संस्करण को सीबीएफसी के सामने प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
गृहमंत्री ने सेंसर बोर्ड के फैसले को बताया सराहनीय
फिल्म पठान के आपत्तिजनक दृष्यों को लेकर सेंसर बोर्ड द्वारा लिए फैसले पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है। इस संबंध में गृहमंत्री ने ट्वीट जारी करते हुए कहा कि, ‘फिल्म पठान पर सेंसर बोर्ड का निर्णय सराहनीय है। जब यह मामला मेरे सामने आया था तभी मैंने कहा था कि, रील लाइफ रियल लाइफ पर भी असर डालती है। निर्माता – निर्देशकों और कलाकारों, सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।’
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