हालात ये हैं कि मध्य प्रदेश में कहीं न कहीं आए दिन होने वाली इन घटनाओं में जब भी कोई गंभीर घटना होती है तो सरकार निंदा व्यक्त कर देती है। कभी कभार किसी जिम्मेदार पर गाज भी गिर जाती है। किसी मामले के हमले में जान गवाने वाले को राहत राशि दे दी जाती है। फिर भी इस समस्या का कोई ठोस निराकरण नहीं निकल पा रहा है, जो प्रदेशभर के आमजन के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है।
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बड़वानी में मासूम के साथ कुत्तों के काटने जैसी दर्दनाक घटना कोई पहली बार नहीं, बल्कि प्रदेश में ऐसे मामले लगातार सामने आते रहते हैं। इससे पहले 10 जनवरी 2024 को राजधानी भोपाल के अयोध्या नगर इलाके में भी आवारा कुत्तों एक झुंड ने एक 7 महीने के मासूम बच्चे को नोच नोचकर मार डाला था, कुत्ते उस बच्चे का हाथ खा गए थे। उसी सप्ताह में ही 2 अन्य बच्चों की भी शहर में कुत्तों के हमले से मौत हो चुकी थी। जबकि जनवरी से अबतक सिर्फ भोपाल में ही करीब 700 लोगों पर कुत्तों ने हमला किया है।
10 जनवरी वाले मामले के अगले दिन प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने पेट लवर्स और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक ली थी, जिसके बाद प्रदेश में हो रही डॉग अटैक की घटनाओं पर रोशनी डालते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक पत्र लिखा था और इस संबंध में उचित कार्रवाई करने की अपील की थी।
मामले पर खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी संज्ञान लिया था। 14 जनवरी को उन्होंने प्रदेशवासियों से सुझाव मांगे थे कि आखिर कैसे इस समस्या पर लगाम लगाई जाए। इस दौरान सीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर आश्वासन भी दिया था कि, ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग सके। बावजूद इसके अबतक कोई ठोस कदम नहीं उटाया गया है, जिसका खामियाजा आज फिर एक मासूम को अपनी जान गवाकर भुगतना पड़ा।
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बड़वानी में कुत्तों के हमले से 2 साल के मासूम की मौत होने के बाद शहरभर के लोगों में नगर पालिका के खिलाफ आक्रोश है। वहीं नेता प्रतिपक्ष राकेश सिंह समेत कुछ पार्षद इलाके के लोगों के साथ बुधवार को धरने पर बैठ गए। उन्होंने बताया की ये घटना उनके ही वार्ड क्रमांक 9 में हुई है जहां नरभक्षी कुत्तों ने 2 साल के मासूम को इस कदर घायल कर दिया की उसका शरीर पोस्टमार्टम के लायक भी नहीं बचा। उन्होंने कहा कि, ये समस्या सिर्फ एक वार्ड की नहीं है, बल्कि पूरे शहर की है। यहां आए दिन लोग कुत्तों के हमलों का शिकार हो रहे हैं।
मामले को लेकर नगर पालिका बड़वानी के सीएमओ कुशाल सिंह दुबे ने बताया कि हम लोग तो आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई हमेशा करते रहते हैं, लेकिन कुछ पशु प्रेमी संगठनों के चलते लगातार कार्रवाई जारी नहीं रख पाते। यहां तक कि कार्रवाई करने के चलते उनपर एफआईआर तक की जा चुकी है। हालांकि फिर भी हम कुत्ते पकड़ रहे हैं। साथ ही जो हाट बाजार में आसपास के लोगों के साथ आने वाले कुत्ते भी भटककर यही रह जाते हैं। तो वहीं कचरा ग्राउंड के पास ही फेंके गए मृत पशुओं को खाने के बाद ये कुत्ते हमलावर हो रहे हैं। हालांकि, वे जल्द से जल्द आवारा कुत्तों को पकड़ने का मुहिम शुरू करेंगे ताकि ऐसी घटना शहर में दोबारा न हो सके।