वहीं पिछले वर्ष कोरोना बंधन में मनाई गई दिवाली पर शहर में एयर क्वालिटी Diwali Air Quality इंडेक्स पुअर हो गया था। न्यू मार्केट, हमीदिया रोड, नर्मदापुरम रोड, दस नंबर, कोलार रोड, अयोध्या बायपास व अन्य कमर्शियल क्षेत्र में एक्यूआई 410.1 तक पहुंच गया था। जो पुअर की स्थिति में था। वहीं रहवासी क्षेत्रों में ये 350.2 पहुंच गया। पीसीबी pcb की तरफ से लगातार तीन दिनों तक लगभग ऐसी ही रिपोर्ट अपने अलग-अलग सेंटर्स पर दर्ज की गई थी। सबसे ज्यादा खराब स्थिति उन क्षेत्रों में सामने आई थी जहां बाजार और आबादी मिक्स है। इस बार भी बाजार में ग्रीन पटाखों की संख्या कम है। जल्द ही प्रशासन को ग्रीन पटाखों को लेकर कोई सख्त कदम उठाना होगा। वर्ना इस बार एक्यूआई का स्तर और ज्यादा पुअर हो सकता है। इस बार पहली बार तेज आवाज के पटाखों की आवाज भी दर्ज होगी। शहर में प्रदूषण विभाग की तरफ से चार कैटेगिरी में प्रदूषण रेकार्ड किया जाता है। इसमें रेजीडेंसियल, कमर्शियल, इंडस्ट्री और मिक्स जोन शामिल हैं। इसमें दो जगह रिलय टाइम मॉनीटरिंग भी चलती रहती है।
वर्ष 2021 की स्थिति— मानक पीएम 10 के अंदर
कैटेगिरी-छोटी दिवाली- बड़ी दिवाली- दिवाली बाद
रेसीडेंसियल 118.8- 350.2- 189.8
कमर्शियल 248.6- 410.1- 247.7
इंडस्ट्री 155.3- 241.6- 245.0
मिक्स जोन 160.7- 284.0- 210.3 19 पटाखों के सैंपल लिए थे कोई भी मानक पर खरा नहीं
पिछले वर्ष दिवाली पर जिला प्रशासन और पीसीबी की टीम ने करीब 19 पटाखों के सैंपल लिए थे। जांच में इन सब की आवाज 125 डेसीबल तक मिली है। जबकि मानकों के अनुसार 85 डेसीबल की आवाज ही कान के पर्दों के लिए उचित मानी गई है। आज की स्थिति में बाजार में जो पटाखे हैं उनकी आवाज का मानक कहीं ज्यादा है। ऐसे में प्रशासन की टीम को पहले से कार्रवाई करनी चाहिए।
भोपाल के कलक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि ग्रीन पटाखे ही लोग चलाएं इस संबंध में जल्द ही एक आदेश भी जारी किया जाएगा। प्रदूषण न फैले इसके लिए लोगों से अपील है कि वे ग्रीन पटाखे ही चलाएं। जल्द ही जिला प्रशासन की टीमें दुकानों की जांच भी करेंगी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर ब्रजेश शर्मा के अनुसार ध्वनि की मॉनीटरिंग के लिए जो सैटअप लगाए गए हैं, उनमें तेज आवाज पटाखों की आवाज sound of firecrackers भी रिकॉर्ड होगी।