मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री का नाम मोहन यादव है। दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं। इनमें जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है।
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मालवा के मोहन…प्रदेश के नए सीएम
महाकाल लोक (उज्जैन दक्षिण) से विधायक डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के नए सीएम होंगे। शिवराज कैबिनेट में उच्च शिक्षा मंत्री रहे डॉ. मोहन यादव राष्ट्रीय स्वयं संघ के करीबी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पारिवारिक करीबी माने जाते हैं। इन्होंने उज्जैन में संघ के 4 बड़े सफल कार्यक्रम करवाएं हैं तो युवाओं में पसंद किए जाते हैं।
मुख्यमंत्री व एक उपमुख्यमंत्री उज्जैन संभाग के है।
4.46 pm
मोहन यादव मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। उज्जैन दक्षिण से भाजपा के विधायक हैं और मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा मंत्री।
4.40 pm
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का संबोधन खत्म। विधायक दल की बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों को संबोधित कर रहे हैं। पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर। भाषण के बाद नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके अनुमोदन के बाद नाम फाइनल हो जाएगा।
4.20 pm
विधायक दल की बैठक जारी…। कभी भी बाहर आ सकता है नए मुख्यमंत्री का नाम।
4.16 pm
केंद्रीय ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने की सूचना थी, लेकिन वे नहीं आ रहे हैं। दिल्ली में उनकी अहम बैठक हो रही है, जिसमें वे हिस्सा ले रहे हैं।
4.10 pm
प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक शुरू। जल्द बाहर आएगा नए मुख्यमंत्री का नाम।
3.55 pm
सिंधिया की भी एंट्री
इधर, बड़ी खबर आ रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी एंट्री होने वाली है। बताया जा रहा है कि वे सवा चार बजे तक प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंच जाएंगे। वे विशेष विमान से भोपाल के लिए निकल गए हैं। इधर, सिंधिया के आने की खबर सुनकर भाजपा कार्यालय में हलचल तेज हो गई है।
3.50 pm
भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों का फोटोसेशन शुरू। सभी विधायकों ने ग्रुप फोटो खिंचवाई।
3.44 pm
तीन बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी विधायक दल की बैठक।
3.12 PM
सीएम पद के दावेदारों के समर्थकों का जमावड़ा, शिवराज समर्थक लगा रहे जिंदाबाद के लगे नारे। एक युवक ने पेड़ के पत्ते पर शिवराज की पेंटिंग बनाकर लिखा आएगा तो शिवराज मामा ही। कोई मामा के नारे लगा रहा है तो कोई सिंधिया समर्थक नारे लगा रहा है। नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थक भी लगा रहे हैं लगातार नारे। प्रहलाद पटेल के भी समर्थकों ने लगाई नारे। सीएम बनाने की मांग।
2.50 pm
भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद हैं।
2.45 pm
भाजपा कार्यालय में नेताओं का जमघट, बाहर कार्यकर्ता लगा रहे हैं नारे। तीनों पर्यवेक्षकों ने मध्यप्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ बातचीत की। थोड़ी देर में वन टू वन मुलाकात भी करेंगे। इसके बाद विधायक दल की बैठक होगी।
01.45 pm
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक से पहले पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, पर्यवेक्षकगण हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण एवं पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सुश्री आशा लाकड़ा के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधायक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शिष्टाचार बैठक में शामिल हुए।
01.30 pm
भाजपा कार्यालय में सभी दिग्गज नेताओं का जमावड़ा। सभी विधायक दफ्तर में मौजूद।
13.10 pm
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भाजपा कार्यालय पहुंचे। बड़े नेताओं के साथ मुलाकात का दौर चल रहा है।
13.00 pm
नेताओं का भाजपा कार्यालय पहुंचने का सिलसिला तेज।
12.54 pm
प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेशभर से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमघट। प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, वीडी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय के समर्थकों का जमावड़ा।
12.50 pm
थोड़ी देर में विधायकों का होगा पंजीयन…। इसके साथ ही पंजीयन होगा। पंजीयन के बाद 3.50 बजे से विधायक दल की बैठक होगी।
12.49 PM
मुख्यमंत्री निवास से शिवराज सिंह से चर्चा के बाद पर्यवेक्षकों का दल प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचा। साथ में प्रहलाद पटेल भी मौजूद हैं, वे गले में केसरिया पट्टा डाल के पहुंचे हैं।
12.00 pm
दिल्ली से भोपाल आए पर्यवेक्षकों का दल स्टेट हैंगर से सीधे सीएम हाउस पहुंचा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की खास मुलाकात। इस मुलाकात से सरगर्मी बढ़ी।
मध्यप्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. लक्ष्मण और भाजपा की राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाया गया है। आज भोपाल स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में होने वाली विधायक दल की अहम बैठक के लिए भाजपा ने कार्यक्रम जारी किया है। विधायक दल की बैठक से पहले कोर ग्रुप की बैठक भी होगी। दोपहर 1 से 3 बजे तक पंजीयन और भोजन होगा। 3.30 बजे विधायक दल के सदस्यों की सामूहिक फोटो खींची जाएगी। इसके बाद 3.50 से विधायक दल की बैठक होगी। इसी में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा और अनुमोदन के बाद मध्यप्रदेश के नया मुख्यमंत्री के नाम पर मोहर लग जाएगी।
क्या आदिवासी सीएम बनेगा
मध्यप्रदेश में क्या आदिवासी नेता को सीएम बनाया जाएगा, लेकिन भाजपा के पास कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं है। केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि चुनाव हारने और जीतने से फर्क नहीं पड़ता है, अगर केंद्रीय नेतृत्व चाहेगा तो फग्गन सिंह भी दावेदार हो सकते हैं। उनके मैदान में आने से कई आदिवासी सीटों पर भाजपा को फायदा हुआ है और उन्हें जीतने में भाजपा को सफलता मिली है।
संघ और पीएम के चहेते हैं सुमेर सिंह
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री की रेस में अब मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी का नाम भी सामने आ गया है। सुमेर सिंह सोलंकी प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हैं और प्रदेश में एक बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। सुमेर सिंह सोलंकी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के चहेते माने जाते हैं और पीएम नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के करीबी नेताओं में भी उनकी गिनती होती है। ऐसे में उनका नाम तेजी से उठकर सामने आया है।
क्या होगा तोमर और विजयवर्गीय का
सबसे बड़ा सवाल यह है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का क्या होगा? कैलाश जहां खुद को मुख्यमंत्री प्रायोजित करते घूम रहे हैं, वहीं नरेंद्र सिंह तोमर अपनी गंभीरता के साथ खामोश हैं। कहा जा रहा है कि नरेंद्र सिंह तोमर अपना समर्थन शिवराज के चेहरे पर दे सकते हैं। सबसे मुश्किल में कैलाश विजयवर्गीय हैं, जिन्हें वापस मध्यप्रदेश की विधानसभा में एंट्री मिली है। अगर कोई दूसरा मुख्यमंत्री बनता है तो फिर क्या कैलाश वहीं से शुरू करेंगे, जहां से मध्यप्रदेश की राजनीति छोड़कर गए थे।
सिंधिया और वीडी शर्मा
सीएम पद के दावेदारों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी नजर आते हैं। यही दो बड़े नेता ऐसे थे, जिन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। ऐसे में यह चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं। सिंधिया राज्यसभा सदस्य हैं और केंद्रीय मंत्री भी। जबकि वीडी शर्मा खजुराहो से सांसद हैं। लेकिन, वीडी के लिए मुश्किल यह है कि वह ब्राहृमण नेता हैं और मध्यप्रदेश में भाजपा के भीतर फिलहाल ब्राहृमण मुख्यमंत्री की संभावनाएं काफी कम हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया जरूर भाजपा में आने के बाद से खुद को कई बार सार्वजनिक तौर पर ओबीसी बोल चुके हैं।
दो डिप्टी सीएम बनेंगे
भाजपा के अंदर अभी कई तरह के कयास चल रहे हैं, लेकिन अभी तक विधायक दल की बैठक की तारीख तय नहीं हुई है। न ही अभी तक केंद्रीय पर्यवेक्षक तय हुए हैं, ऐसे में सिर्फ कयासबाजी चल रही है। माना जा रहा है कि इस बार मुख्यमंत्री कोई भी बने, उत्तर प्रदेश की तरह दो डिप्टी सीएम मिल सकते हैं। अगर ओबीसी सीएम बना तो फिर एक एसटी और एक एससी डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं, ब्राहृमण के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष रखा जा सकता है। हालांकि इस फार्मूले पर भाजपा के भीतर से कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।