करुणाधाम आश्रम के महालक्ष्मी मंदिर में स्थापित माता लक्ष्मी की मूर्ति बहुत सुंदर है. महालक्ष्मी के इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यह मंदिर पूरी तरह वास्तु आधारित है. मंदिर निर्माण से लेकर प्रतिमा स्थापित करने तक में वास्तु शास्त्र के शास्त्रीय नियमों का पूरी तरह पालन किया गया है.
दिवाली के मौके पर महालक्ष्मी मंदिर में आकर्षक विद्युत साज सज्जा की जा रही है. यहां दिवाली महोत्सव की शुरुआत धन तेरस के साथ यानि मंगलवार से हो चुकी है. इस मौके पर मंदिर परिसर से 51 आकाशदीप आसमान में छोड़े जाएंगे. महापर्व दिवाली के मौके पर महालक्ष्मी मंदिर में खासतौर पर विश्व शांति के लिए प्रार्थना भी की जाएगी.
Must Read- 23 हजार बच्चों में अव्वल रहे प्रियांशु, 9 वीं क्लास से ही शुरू कर दी थी नीट की तैयारी
Must Read- स्विमिंग के बड़े खिलाड़ी ने नीट यूजी में हासिल की 143 वीं रैंक
मंदिर के अजय कोतवाल ने बताया कि इस बार मंदिर की साज—सज्जा पर खास ध्यान दिया जा रहा है. लाइटिंग इस बार लाल और गोल्डन कलर में रहेगी. दिवाली की थीम महालक्ष्मी के चरण चिन्ह रहेंगे. महापर्व के अवसर पर पांचों दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा—अर्चना और आराधना की जाएगी.