-राष्ट्र की संपत्ति को क्षति पहुंचाना देश के साथ खिलवाड़ है। और देश के साथ खिलवाड़ स्वयं के साथ खिलवाड़ है।
-विरोध के नाम पर स्कूली बस के मासूम बच्चों पर करणी सेना ने कायराना हरकत की है उसकी सर्वत्र निंदा की जाना चाहिए।
जिस प्रकार से मासूम बच्चों पर हमला करके कायराना हरकत की है उसमें एक सवालिया निशान खड़ा हो जाता है कि ये करणी सेना है या कायर सेना। अगर हिम्मत है तो देश की सेना पर हमला कीजिए, फिर देखिए इसका अंजाम क्या होता है। उग्र होकर विरोध करने के तरीके को मैं उचित नहीं समझता हूं।
-पाकिस्तान में जितने आतंकवादी नहीं, उससे ज्यादा हमारे देश में गद्दार हैं। कपड़े नहीं पहनने की बताई ये वजह
-पिछले दिनों ही राजस्थान के सीकर में उन्होंने अपने कपड़े नहीं पहनने पहने की बातों पर बेबाकी से जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि दिगम्बर जैन मुनि के तन पर लंगोट (कपड़े) क्यों नहीं होते हैं, इस पर मुनि तरुण सागर जी ने जवाब दिया कि जब मन में कोई खोट नहीं है, इसलिए उनके तन पर कोई लंगोट भी नहीं है। शरीर पर वस्त्र तो विकारों को ठकने के लिए होते हैं, जो विकारों से परे हैं, जैसे शिशु व मुनि, इन्हें वस्त्रों की क्या जरूरत है। मुनिश्री के कड़वे प्रवचनों की सभी सराहना करते हैं।