आमतौर पर उन लोगों को लिवर में खराबी का अंदेशा ज्यादा होता है, जो पहले से ही मोटापे से ग्रस्त रहते हैं, या शराब का सेवन करते हैं। कुछ सालों पहले तक लिवर में खराबी को लेकर ये धारणा रहती थी कि, लिवर का रोग बुजुर्गों को होता है। लेकिन आज लिवर में खराबी आने की कोई उम्र सीमित नहीं रह गई है। अब ये समस्या कम उम्र के लोगों में भी देखी जाने लगी है। ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि लिवर जब 80% तक डैमेज हो चुका होता है तब जा कर इसके लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं। अगर आप समय रहते ही इन लक्षणों को पहचान लेते हैं, तो आप अपनी जान बचा सकते हैं। आज हम आपको उन्हीं खास लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, अगर आप इन्हें जान लेंगे तो समय रहते खुद तो सतर्क हो ही सकते हैं, दूसरों को भी सतर्क कर सकते हैं।
-आंखों में पीलापन आना
लिवर में खराबी आने के शुरुआती लक्षण सबसे पहले आंखों में दिखाई देते हैं। इसके बाद त्वचा और नाखूनों पर पीला रंग झलकने लगता है। इसके बाद पेशाब का रंग भी पीला होने लगता है। यह बाइल जूस के अत्यधिक प्रोडक्शन की वजह से होता है। बार बार मतली आने लगती है। लीवर में खराबी ज्यादा बढ़ने पर कई मामलों में उल्टी के साथ खून के थक्के भी आने लगते हैं।
-पेट के निचले हिस्से में सूजन
अगर लंबे समय से पेट के निचले हिस्से पर सूजन दिखाई दे रही है, तो यह लिवर में खराबी का संकेत हो सकता है। यह सूजन लिवर के कामों में बढ़ोतरी होने के कारण आती है, जिसे लिवर पूरा करने में सक्षम नहीं होता। इसे अनदेखा करना काफी नुकसान दे साबित हो सकता है। इसके अलावा, पीड़ित को कम नींद आने की शिकायत भी बढ़ जाती है, जिससे वह दिनभर भारी थकान मेहसूस करता है।
-बार-बार बुखार आना
लिवर की खराबी होने के चलते पीड़ित को बार-बार तेज़ बुखार आने लगता है। साथ ही, उसके मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है। यही नहीं उसके मुंह से बदबू भी आने लगती है। इस दौरान पीड़ित को भूख नहीं लगती और उसके पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या बनने लगती है।