गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. निशांत श्रीवास्तव बताते हैं कि स्वाइन फ्लू का वायरस १८ डिग्री से २८ डिग्री के तापमान में सबसे ज्यादा सक्रीय होता है। हालांकि इस बार यह ३५ डिग्री तामपान में भी तेजी से फैल रहा है।
कुछ मामले * 40 साल की गुड्डी (परिवर्तित नाम) को बीएमएचआरसी में भर्ती किया गया। जांच रिपोर्ट आने के एक दिन बाद ही मौत हो गई
* रुचिका साहू (परिवर्तित नाम) को सामान्य बुखार के चलते घर पर ही दवा दी। अगले दिन अस्पताल ले गए जहां कुछ ही घंटों में मौत हो गई।
* 55 साल के शोभित (परिवर्तित नाम) भी बुखार और बदन दर्द के चलते घर पर ही दवा लेते रहे, अगले दिन जेपी अस्पताल में दिखया जहां रिपोर्ट आने के पहले ही मौत हो गई।
स्वाइन फ्लू के लक्षण एेसे में इसके लक्षणों को पहचान कर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें… * नाक का लगातार बहना, छींक आना
* कफ, कोल्ड और लगातार खांसी
* मांसपेशियां में दर्द या अकडऩ
* सिर में भयानक दर्द
* नींद न आना, ज्यादा थकान
* दवा खाने पर भी बुखार का लगातार बढऩा
* गले में खराश का लगातार बढ़ते जाना
दिवाली के बाद बढ़ सकता है प्रकोप विशेषज्ञों की माने तो राजधानी प्रतिरोधी क्षमता पर वायरसों का हमला गंभीर साबित हो रहा है। एयर पॉल्युशन से वायरस और ज्यादा एक्टिव हो जाता है। मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. आदर्श वाजपेयी के मुताबिक दिवाली के बाद शहर में स्वाइन फ्लू वायरस का अटैक बढ़ सकता है।
अब तक हुई मौतें वर्ष संदिग्ध पॉजिटिव मौत
2009 78 08 00
2010 619 139 39
2011 79 03 01
2012 408 66 12
2013 344 35 09
2014 60 07 04
2015 2200 752 78
2016 591 82 12
2017 298 134 24
– (अब तक)