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प्रदर्शन के दौरान किया था अभद्र व्यवहार
बता दें कि, पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह और युवक कांग्रेस नेता बंटी पटेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय पर बाढ़ पीड़ित लोगों और किसानों को मुआवजा न मिलने को लेकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते हुए कांग्रेस नेताओं ने विरोध स्वरूप एसडीएम सी.पी पटेल के चेहरे पर कालिख पोत दी थी। घटना के बाद से ही इस मुद्दे पर जमकर राजनीति तो शुरु हो ही गई, साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अफसरों में खासा नाराजगी बढ़ने लगी। यही वजह है कि, संघ के अफसरों द्वारा आज से काम बंद शुरू कर दिया है, जिसका खासा असर सोमवार से प्रदेश में देखने को मिल सकता है।
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दोषियो पर हो कार्रवाई और अफसरों को मिले सुरक्षा- मांग
अनिश्चितकालीन हड़ताल को समर्थन देने वाली राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की महासचिव मालिका ने रकार से मांग करते हुए कहा कि, छिंदवाड़ा की घटना निंदनीय है, जिसे लेकर प्रदेश का पूरा प्रशासनिक अमला आक्रोषित है। इसी के चलते अनिश्चितकालीन हड़ताल घोषित की गई है। संघ की सरकार से मांग है कि, छिंदवाड़ा एसडीएम के साथ दुर्व्यवहार में शामिल सभी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही, राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को 3-1 गार्ड की सुरक्षा दी जाए और मजिस्ट्रेट रेंक के अफसरों को बत्ती दी जाए।
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कोविड ड्यूटी में शामिल अफसर जारी रखेंगे सेवाएं
संघ ने कहा कि, ये बात सच है कि, एसडीएम के साथ हुए दुव्यवहार से प्रदेश का पूरा प्रशासनिक अमला गुस्से में है। प्रशासनिक सेवा के अफसर पर इस तरीके से लोगों का गुस्सा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसी के चलते आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है। हालांकि राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने ये साफ किया कि, इन दिनों प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा है, ऐसे में कोविड रिलीफ के कार्यों में लगे अफसर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे। ताकि, संकट की इस घड़ी में लोगों को इस परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि, मन से ये भी विरोध में शामिल हैं। इसके अलावा, प्रदेश की अन्य प्रशासनिक सेवाएं प्रभावित होंगी। राज्य प्रशासनिक सेवा की ओर से राजधानी भोपाल में रैली निकालकर भी अपना गुस्सा जाहिर करेंगे।