उल्लेखनीय है कि पूर्व सीएम उमा भारती ने एक दिन पहले ही शराबबंदी और महिलाओं के साथ हो रही दुराचार की घटनाओं पर आक्रोश व्यक्त कर ऐलान किया था कि जब तक शराबबंदी नहीं हो जाती मैं अपने घर-आवास में नहीं रहूंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को सभी जिलों के कलेक्टर्स, कमिश्रनर और पुलिस अधीक्षकों (Collectors, SP, Commissioners) के साथ बैठक कर रहे थे। इस बैठक में सीएम, प्रमुख विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम ने जनसेवा अभियान, महाकाल लोक की तैयारियों की भी समीक्षा की।
यह भी पढ़ेंः एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती का ऐलान, जब तक शराबबंदी नहीं, तब तक जंगल में रहूंगी
क्या-क्या बोले सीएम
गदर करने का हक किसी को नहीं है। शराब पीकर वाहन चलाना अपराध है। घर से बाहर निकलते हैं तो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। आप सभी को हमारा दृष्टिकोण पता है मां, बहन और बेटी के सम्मान के बारे में। दुरुचारी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाने चाहिए। बुल्डोजर चलते रहना चाहिए। यह लोग ऐसे नहीं मानेंगे। बहन-बेटियों के साथ कोई दुराचार करे तो ऐसे लोगों को तबाह कर देना।
नशे का कारोबार खत्म कर दो
नशे के अवैध कारोबार को पूरी तरह से खत्म कर देना है। कई जगह ड्रग्स की खबरें आती हैं, स्कूल कालेजों के आसपास छोटी-छोटी दुकानों में नशा बेचा जाता है, इन पर नजर रखें। हमारे युवा पीढ़ी को खोखला करने का षडयंत्र है। इससे हमारे बच्चों को बचाना है। नशे के कारोबार करने वालों की जड़ों पर प्रहार करना है। इसलिए इन्फारमेशन लीजिए और तत्काल कार्रवाई करें। अवैध शराब और नशे के कारोबार को संरक्षण देने वालों को पकड़ें।